15 साल में भाजपा रामराज्य को स्थापित रख पाती तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की झीरम में शहादत नहीं होती, ना ही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सुरक्षा घेरे में घिरे रहते हैं
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
रायपुर/11 अक्टूबर 2019। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी भूल गए की वे खुद तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था से घिरे हुए थे और परिवर्तन यात्रा के दौरान कांग्रेस के नेताओं को सुरक्षा देने में कोताही बरते थे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के 15 साल के कार्यकाल में राजनितिक षडंयंत्र के कारण झीरम घाटी में हुई कांग्रेस नेताओं की हत्या की घटना को क्या रमन सिह उसे रामराज्य मानते हैं? 15 साल के भाजपा शासनकाल में गर्भाशय कांड, आंखफोड़वा कांड, नान घोटाला, अंतागढ़ में लोकतंत्र की हत्या, विकास कार्यो के नाम से भ्रष्टाचार, आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन पर कब्जा जैसी घटनायें हुयी। रमन सिंह द्वारा रामराज्य कहना बेहद आपत्तिजनक है। राज्य निर्माण के समय बस्तर के सीमावर्ती तीन विकासखंड तक सीमित नक्सलवाद को रमन सिंह पनपने से रोक पाते तो छत्तीसगढ़ के 14 जिलो नक्सल प्रभावित नहीं होते और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का जन-जन सुरक्षित रहता। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सरकार के राजनीतिक महत्वाकांक्षा, विकास कार्यों के नाम से कमीशन खोरी भ्रष्टाचार और जल जंगल जमीन पर कब्जा करने की नीयत के कारण छत्तीसगढ़ में ही नक्सलवाद बढ़ा था। ऐसे स्थिति में वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने अपने सुरक्षा व्यवस्था और अपने कार के काफिले में कटौती करके पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा को सीख देने का काम किया। पूर्व भाजपा शासन काल में छत्तीसगढ़ का अमन चैन शांति खत्म हुआ, तहस-नहस हुआ। तब डॉ. रमन सिंह को एहसास ही नहीं हुआ था कि रामराज्य को उनके ही हाथों से नुकसान पहुंच रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राजनीतिक महत्वाकांक्षा को दरकिनार कर छत्तीसगढ़ के जन-जन की चिंता की होती तो कौशल्या माता का यह राज्य मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम जी का ननिहाल आज सुरक्षित होता।