नगरीय निकाय चुनाव से पहले राजधानी में होंगे दो नगर-निगम
भोपाल
नगरीय चुनाव से ठीक पहले मध्यप्रदेश (madhya pradesh) की राजधानी भोपाल (bhopal)को दो हिस्सों में बांटने की तैयारी पूरी हो चुकी है.अब शहर दो नगर निगम(municipal corporation) में बंट जाएगा. जिला प्रशासन ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. कलेक्टर ने ड्राफ्ट जारी कर सुझाव और आपत्ति के लिए एक हफ़्ते का समय दिया है.14 अक्टूबर तक जनता अपने सुझाव और आपत्ति दे सकती है. भोपाल को दो भागों पूर्व और पश्चिम में बांटा जाएगा. पूर्व भोपाल में 31 और पश्चिम में 54 वॉर्ड होंगे.
विधि मंत्री पी सी शर्मा ने कहा दो नगर निगम होने से ग्रामीण इलाकों का विकास तेजी से होगा.दिल्ली, मुंबई समेत दूसरे शहरों में एक से ज़्यादा नगर निगम की व्यवस्था है.इस व्यवस्था से शहर में छोटे वार्ड होने से बेहतर कंट्रोल होगा और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल पाएंगी.
मंत्री पी सी शर्मा ने कहा सीएम कमलनाथ विकास के एजेंडे पर काम कर रहे हैं.अभी तक एक नगर निगम होने से काम का बोझ ज़्यादा था,इसलिए विकास कार्य ठीक से नहीं हो पा रहे थे.ग्रामीण इलाकों के हाल बेहाल थे.वहां पर विकास नहीं पहुंच पा रहा था.अब नई व्यवस्था के तहत दो नगर निगम होने से काम का बंटवारा हो जाएगा.वॉर्ड छोटे हो जाएंगे जिससे काम में आसानी होगी.किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं होगा.शर्मा ने कहा कि शहर के विकास पर सबका फोकस रहता है, लेकिन नई व्यवस्था की वजह से ग्रामीण इलाकों का विकास भी शत-प्रतिशत हो सकेगा.
नई व्यवस्था अभी लागू भी नहीं हुई है और इससे पहले ही बीजेपी विरोध करने लगी है. वो शहर को दो हिस्सों में बांटने का विरोध कर रही है. इस पर मंत्री पी सी शर्मा का कहना है कमलनाथ सरकार के हर फैसले का बीजेपी ने विरोध किया है.बीजेपी विकास विरोधी हो गई है.15 साल में विकास के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार और घोटाले किए गए हैं.बीजेपी की आदत विकास विरोधी हो गई है.