डॉक्टरों को दिन में तीन बार लगानी होगी हाज़िरी,ऐसा नहीं करने पर वेतन कटौती
भोपाल
मध्य प्रदेश में अब सरकारी डॉक्टरों पर निगरानी बढ़ा दी गई है.ओपीडी में मौजूदगी तय करने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. इस व्यवस्था के तहत सभी सरकारी डॉक्टरों को दिन में तीन बार हाजिरी देनी होगी. इसी के साथ ये रिकॉर्ड भी रखा जाएगा कि किस डॉक्टर ने दिन में कितने मरीज़ों की जांच की.
3 बार अटेंडेंस-मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए कमलनाथ सरकार सख़्ती के मूड में है. वो सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की गैर मौजूदगी पर लगाम कसने जा रही है. डॉक्टरों को अब दिन में तीन बार अपनी हाज़िरी लगाना होगी. ऐसा ना करने वाले डॉक्टरों की तनख्वाह काट दी जाएगी.
सरकारी अस्पताल में डॉक्टर जब सुबह ओपीडी में आएंगे तब उन्हें सबसे पहले कर्मचारी रजिस्टर में साइन करना होंगे. दोपहर में लंच के बाद दोपहर को फिर साइन करने होंगे. उसके बाद शाम चार बजे ओपीडी खत्म होने पर डॉक्टरों को आखिरी बार रजिस्टर में साइन करने होंगे. अगर तीन में से एक भी समय पर साइन नहीं किए, तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा.
मरीज़ों की सुविधा-इस व्यवस्था का फायदा सीधे तौर पर मरीजों को मिलेगा, जो अक्सर डॉक्टरों के ड्यूटी पर ना होने के कारण परेशान रहते हैं. ये शिकायत आम है कि डॉक्टर ओपीडी के समय नदारद रहते थे..अब तीन बार हाजिरी लगने की वजह से मरीज अपनी सुविधा के अनुसार इलाज करा सकेगा.
फिलहाल भोपाल फिर पूरा MP
अभी ये व्यवस्था भोपाल संभाग में शुरू की गयी है. अगर प्रयोग सफल रहा तो फिर बाकी प्रदेश में भी इसे लागू किया जाएगा. सरकार ने डॉक्टरों की उपस्थिति पक्की करने के साथ इस बात का भी फैसला लिया है कि एक डॉक्टर कितने मरीज़ देखता है, इसका रिकॉर्ड भी रखा जाएगा.महीनेभर के रिकॉर्ड की जांच भी होगी.मंत्रालय स्तर पर इस रिकॉर्ड को देखा जाएगा.
डॉक्टरों की हाजिरी पर सियासत शुरू
डॉक्टरों की तीन बार हाजिरी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में ठन गई है.कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल ने बताया कि ये फैसला मरीज़ों के हित में है.ऐसा होने से हर समय डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे और किसी भी समय मरीज अपना इलाज करा सकेंगे.डॉक्टरों के खिलाफ आने वाली शिकायतों में भी कमी आएगी.वहीं प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि सरकार का ये फैसला डॉक्टरों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है.