गोरखपुर आॅक्सीजन कांड से रमन सरकार ने सबक नहीं लिया – छत्तीसगढ़ में इंसान और पशु दोनो असुरक्षित – जोगी
जोगी एक्सप्रेस
बिलासपुर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा है कि आम्बेडकर अस्पताल में आॅक्सीजन सप्लाई रूकने के कारण 4 नवजातों की जान चली गयी जो अस्पताल एवं स्वास्थ्य विभाग की घोर प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है । घरो के चार चिराग बुझा दिये गये तथा वहां पदस्थ डाॅक्टर, कर्मचारी एवं प्रशासनिक अधिकारी सभी अपनी जिम्मेदारी प्रकृति पर डाल कर अपने आप को निर्दोष सिध्द करने की उधेड़बून में लगे है परन्तु सत्यता यही है कि मेकाहारा के संबंधित विभागीय अधिकृत व्यक्तियों की घोर लापरवाही इस हादसे में स्पष्ट दिख रही है । यह भारतीय दंड विधान में गैर इरादतन हत्या का अपराध है ।श्री जोगी ने कहा है कि गोरखपुर उत्तरप्रदेश के बी आर डी अस्पताल के दर्दनाक हादसे से प्रदेश की रमन सरकार को सतर्क होना जाना चाहिए था परन्तु इस अमानवीय हत्याकांड ने प्रदेश के डाॅक्टर मुख्यमंत्री के रहते हुए अम्बेडकर अस्पताल में हुई 4 मासूम बच्चों की आॅक्सीजन सप्लाई में रूकावट से हुई मौतो ने प्रशासनिक अक्षमता जैसे कई प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिये है। ऐसी ही लापरवाही एवं गैरजिम्मेदाराना हरकतो के कारण आज कल मरीजो के घर वाले अपना घर, जमीन एवं जेवरात बेचकर सरकारी अस्पताल के बदले निजि नर्सिंग होम मे इलाज कराने पर ज्यादा विश्वास करते है जो यह सिध्द करता है कि विगत लगभग 14 सालों में भी सरकारी अस्पतालांे ने जनता में अच्छी एवं कारगर विश्वसनीय छबि स्थापित नही कर सके है।
श्री जोगी ने सरकारी अस्पतालों में औचक जांच पड़ताल को आवश्यक निरूपित करते हुए एवं लापरवाही की पुनरावृत्ति पर अंकुश लगाने डाॅक्टरो के फ्लाईंग स्काड का गठन किये जाने की उपयोगिता पर जोर दिया है ताकि शासकीय अस्पतालो की अनियमितता एवं लापरवाहीपूर्ण गतिविधियो पर तत्काल कार्यवाही करते हुए दोषियों को उसी समय निलंबित करने स्काॅड प्रमुख को अधिकारित किया जाये। उन्होंने ने कहा है कि प्रदेश में किसी भी विभाग एवं क्षेत्र के अधिकारियों एवं कर्मियों पर अनियमितता बरतने पर गाज गिरने का कोई भय नहीं है । श्री जोगी ने प्रशासनिक लापरवाही से हलाक मासूम बच्चों को श्रृध्दांजलि अर्पित करते हुए परिजनों के प्रति दिल से संवेदना व्यक्त की है तथा कहा है कि छत्तीसगढ़ में इंसान और पशु दोनो असुरक्षित है।