प्रदेश के चतुर्थ व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को दीवाली बोनस देने की मांग
भोपाल
अलग अलग राज्यों और रेलवे विभाग ने अपने कर्मचारियों को दिवाली पर बोनस देने की घोषणा कर दी है| वहीं अब प्रदेश में भी बोनस की मांग उठी है| मप्र कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र खोंगल ने प्रदेश के चतुर्थ व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को दीवाली बोनस देने की मांग की है। एक तरफ सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है और कई विभागों में वेतन देने पर भी संकट है ऐसी स्तिथि में देखना होगा सरकार बोनस की मांग पर क्या फैसला लेती है|
मप्र कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र खोंगल ने दिवाली बोनस की मांग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ और वित्त मंत्री तरुण भनोट को ज्ञापन सौंप कर केंद्रीय कर्मचारियों की तरह राज्य के कर्मचारियों को दीवाली बोनस देने की मांग की है। खोंगल ने बताया कि राज्य सरकार ने 1958 से केंद्रीय कर्मचरियों की तरह राज्य के कर्मचरियें के दीवाली बोनस स्वीकृत किया था। साल 1996 तक बोनस दिया। इसके बाद बोनस देना बंद कर दिया। सथ ही 108 माह के डीए का 8614 करोड़ रुपए एरियर्स का भुगतान नहीं किया है। इसी राशि से प्रदेश के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को यदि शासन दो हजार रुपए प्रति कर्मचारी बोनस देती है तो सरकार पर 86 करोड़ रुपए का भार पड़ेगा,जो एरियर्स से बचत की गई राशि से बहुत ही कम है।