एनसीटीई का शिकंजा: अब किया फर्जीवाड़ा तो जायेगी बीएड की मान्याता
भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग ने 516 बीएड कालेजों की काउंसलिंग कराकर प्रवेश करा लिया है। अब ये कालेज किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा करते हैं, तो उनकी मान्याता खत्म कर दी जाएगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता प्राप्त कालेजों पर शिकंजा कस दिया है। अब उन्हें हर साल अब भूमि, शिक्षकों और छात्रों का पूरा विवरण और बैलेंस शीट देना इसके अभाव में उनकी मान्यता छीन ली जाएगी।
एनसीटीई ने सभी मान्यता प्राप्त कालेजों की एनुअल अप्रेजल रिपोर्ट (एएआर) अनिवार्य कर दी है।
ये रिपोर्ट उन्हें हर साल देना होगी। इससे यह कालेज अपने स्तर पर गड़बड़ियां नहीं कर सकेंगे। रिपोर्ट के आधार पर उनका अकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा। उच्च शिक्षा के पूर्व अतिरिक्त संचालक राधा बल्लभ शर्मा का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर निरीक्षण करने से कालेजों की स्थिति में काफी सुधार होगा। राज्य में करीब 630 कालेजों को एनसीटीई से मान्यता हासिल किए हुए हैं। करीब 100 कालेजों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी।
दो से तीन कालेजों में एक ही प्रोफेसर
राज्य में कई प्रोफेसरों के नाम दो से तीन कालेजों में उपयोग किए जा रहे हैं। यहां तक उनके द्वारा कालेज छोड़ने के बाद भी वे उसी कालेज में बने हुए हैं। इसमें राजधानी के कालेजों में कार्यरत कई प्रोफेसर राजधानी से शहरों से लगे कालेजों में अपनी ड्यूटी सिर्फ दस्तावेजों में कर रहे हैं।
शिक्षकों का पंजीकरण कराएं
सभी कालेजों को अपने हर शिक्षक का पंजीकरण कराना होगा। इससे उन्हें शिक्षक का यूनिक नंबर मिल जाएगा। इस यूनिक नंबर के माध्यम से उनके प्रोफाइल को अपडेट किया जाता रहेगा। शिक्षक के सभी डॉक्युमेंट भी एमपीबोर्ड या विश्वविद्यालय से सत्यापित कराने होंगे, जिनकी जानकारी भी उन्हें देना होगी।
लगेगा 100 रुपए का स्टांप
संचालकों को कालेज भूमि से जुड़े दस्तावेज 100 रुपए के स्टांप पेपर पर शपथपत्र के साथ देने होंगे। इसमें लैंड के सभी डॉक्युमेंट्स लगाने होंगे। इसमें सीएलयू, रजिस्ट्रेशन कॉपी, लैंड यूज सर्टिफिकेट, म्यूटेशन सर्टिफिकेट और भवन का वीडियो सहित अन्य दस्तावेज तक शामिल हैं।
हाजिरी समेत विवरण
कालेजों को शिक्षकों और छात्रों का हाजिरी का पूरा ब्यौरा तक तैयार करना होगा। इसके अतिरिक्त मान्यता प्रमाणपत्र, सभी बैलेंस शीट भी बतानी होंगी। संचलाककों को 31 दिसंबर तक सभी दस्तावेज रिपोर्ट सहित एनसीटीई भेजना होंगे।