November 22, 2024

मध्य प्रदेश में पटवारियों की हड़ताल खत्म, सरकार ने मानी शर्तें, मंत्री को मिली माफी

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भोपाल
मध्यप्रदेश में 4 दिनों से चल रही पटवारियों की हड़ताल (Patwaris strike) खत्म हो गई है. सरकार (MP Government) ने पटवारी संघ की वेतनमान संबंधी मांग (Pay-Scale Demand) को छह महीने में पूरा करने का वादा किया, जिसके बाद यह हड़ताल वापस ले ली गई. पटवारी संघ ने हड़ताल समाप्ति के बाद कहा कि किसानों के हित में उन लोगों ने यह फैसला किया है. इधर, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) के जिस बयान से पटवारियों में नाराजगी थी, वह भी दूर हो गई है. पटवारियों ने मंत्री को माफ कर दिया है. न्यूज 18 से बातचीत करते हुए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि पटवारियों की दोनों मांगों को मान लिया गया है. मंत्री जीतू पटवारी ट्वीट कर अपने बयान को लेकर पटवारियों से माफी मांग चुके हैं. वहीं दूसरी मांग को छह महीने में पूरा किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि कि वेतनमान को लेकर सीएम कमलनाथ को प्रस्ताव भेजा गया है.

मध्यप्रदेश में पटवारियों की हड़ताल की वजह से करीब 22 विभागों के काम प्रभावित हो रहे थे. आम जनता परेशान थी और किसानों की फसल का सर्वे भी नहीं हो पा रहा था. ऐसे में सरकार ने पहल की. राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ पहली बैठक बेनतीजा रही. दूसरी बैठक में सकारात्मक परिणाम सामने आए और पटवारियों ने सरकार के वादे और लिखित में मिले आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म कर दी. सोमवार से सभी पटवारी अपने काम पर लौट जाएंगे.

आपको बता दें कि चार दिन पहले पटवारियों ने उस वक्त हड़ताल का एलान कर दिया था, जब मंत्री जीतू पटवारी के बाद दिग्विजय सिंह ने पटवारियों को भ्रष्ट करार दे दिया था. इस बयान पर जीतू पटवारी सफाई भी दे चुके हैं. मंत्री जीतू पटवारी के इसी बयान से हड़ताल शुरू हुई और सार्वजनिक माफी मांगने की मांग के साथ पटवारियों ने वेतनमान की मांग भी सरकार के सामने रख दी.

इधर, हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद न्यूज 18 से बातचीत में पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि किसान हित में हड़ताल खत्म की गई है. सरकार ने लिखित में आश्वासन दिया है कि आने वाले छह महीनों के अंदर वेतनमान की मांग को पूरा किया जाएगा. संघ की मांग है कि 2100 रुपए ग्रेड-पे की जगह 2800 का ग्रेड-पे मिलना चाहिए. संघ ने चेतावनी भी दी है कि यदि छह महीने में उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया, तो फिर से पटवारी हड़ताल के लिए मजबूत रहे जाएंगे.

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