‘दमादम मस्त कलंदर’ की सिंगर ने लिया संन्यास, इस्लाम को बताया वजह
नई दिल्ली
मशहूर पाकिस्तानी लोक गायिका शाजिया कुश्क ने गायकी के प्रोफेशन से अलग होने का फैसला किया है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में बेहद मशहूर शाजिया ने इंडस्ट्री से अलग होने का फैसला कर लिया है. उन्होंने दमादम मस्त कलंदर और दाने पे दाना जैसे कई मशहूर सॉन्ग्स को अपनी आवाज दी है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि मैं अपनी बाकी जिंदगी इस्लाम की सेवा में लगाना चाहती हूं. शाजिया ने ये भी कहा कि उन्हें विदेश से सिंगिंग के कई ऑफर्स मिलते रहे हैं लेकिन उन्होंने इन सभी ऑफर्स को ठुकरा दिया क्योंकि ये उनके धार्मिक उसूलों से मेल नहीं खाता है.
उन्होंने कहा कि मैं शुक्रगुजार हूं अपने फैंस की कि उन्होंने मुझे इतना प्यार दिया और मेरे गानों को इतना पसंद किया. मैं उम्मीद करती हूं कि मेरे नए फैसले को भी मेरे फैंस उतना ही सम्मान देंगे. गौरतलब है कि शाजिया सिंधी, बलोच धातकी, सैराकी, उर्दू, कश्मीरी, गुजराती और पंजाबी भाषा में अपनी आवाज के लिए जानी जाती रही हैं.
मैंने इस फैसले से पहले कई बार सोचा कि मुझे आगे क्या करना है और मैंने फैसला लिया है कि मैं वापस इस इंडस्ट्री में वापस नहीं जा रही हूं. उन्होंने ये भी कहा कि पिछले 25 सालों में लोगों ने उन्हें जो प्यार दिया, उसकी वे तहेदिल से शुक्रगुजार हैं.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस जायरा वसीम ने भी बॉलीवुड इंडस्ट्री में पांच साल बिताने के बाद फिल्मों से संन्यास ले लिया था. उन्होंने इस्लाम का हवाला देते हुए संन्यास लेने का फैसला लिया था. बॉलीवुड में दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार जैसी फिल्मों में जायरा ने अपने शानदार अभिनय से अपनी पहचान बनाई थी. संन्यास लेने के फैसले से पहले उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म द स्काई इज पिंक की शूटिंग पूरी कर ली थी. शोनाली बोस के निर्देशन में बनीं इस फिल्म में जायरा ने प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर के साथ काम किया है. यह फिल्म 11 अक्टूबर को रिलीज होगी.