November 24, 2024

भारतीय राजनीति का तेजस्वी सितारा अस्त हो गया’ पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से छत्तीसगढ़ शोक-संतप्त भाजपा के नेताओं ने दी भावपूर्ण श्रध्दांजलि

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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन से छत्तीसगढ़ में सर्वत्र गहन शोक का वातावरण है। पार्टी के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन को राष्ट्रवाद की अपूरणीय क्षति बताते हुए भावपूर्ण श्रध्दांजलि अर्पित की है और उनकी आत्मा की चिरशांति की प्रार्थना की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि श्रीमती सुषमा स्वराज सौम्य और संवेदनशील नेत्री थीं। भारतीय राजनीति में अपने पुरुषार्थ के बल पर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया, वह सार्वजनिक जीवन में कार्यरत हमारी माताओं-बहनों के लिए प्रेरणासा्रेत है। उनका निधन देश की अपूरणीय क्षति है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रखर व्यक्तित्व की धनी सुषमाजी सुसंस्कारित महिला सशक्तिकरण की मूर्तिमंत प्रतीक रहीं। देश को सदैव समर्पित रहीं सुषमाजी के निधन से हम सब स्तब्ध हैं। भाजपा के वैचारिक अधिष्ठान से देश के जनमानस को जोड़ने और त्याग, समर्पण व आत्मीयतापूर्ण व्यवहार से भाजपा के विस्तार में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री व सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने कहा कि सुषमाजी के निधन से हमने अपना मार्गदर्शक, दक्ष संगठनकर्ता, मुखर वक्ता के रूप में अपना अभिभावक खो दिया है और यह कोटि-कोटि भाजपा कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत क्षति है। हम सब उनके यूं अकस्मात निधन से स्तब्ध हैं।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद रामविचार नेताम ने सुषमाजी को श्रध्दांजलि देते हुए कहा कि वे भारतीय राजनीति में अजातशत्रु थीं। अपनी आत्मीयता और मोहक वक्तृत्व शैली से वे विरोधी नेताओं को भी मंत्रमुग्ध कर लेती थीं। सभी दल उनका यथेष्ट सम्मान करते थे क्योंकि दलगत सीमाओं का भेद न रखकर वे सबकी मदद करती थीं।
केन्द्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि सुषमाजी ने भारतीय राजनीति में जो स्थान अर्जित किया वह महिला सशक्तिकरण की जीती-जागती मिसाल है। एक राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने असंख्य महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में कार्य करने की प्रेरणा दी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने उन्हें श्रध्दांजलि देते हुए छत्तीसगढ़ के प्रति उनके विशेष लगाव को याद किया और कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन्होंने प्रदेश की राजधानी को एम्स के रूप में जो सौगात दी है, उसके लिए समूचा प्रदेश उनका ऋणी रहेगा। इसी तरह विदेश मंत्री के तौर पर भी सुषमाजी ने मददगार और संवेदनशील मंत्री की अपनी अलग छाप छोड़ी।
प्रदेश के सभी सांसदों रणविजय सिंह जूदेव, संतोष पाण्डेय, सुनील सोनी, विजय बघेल, मोहन मंडावी, चुन्नीलाल साहू, अरुण साव, श्रीमती गोमती साय, व गुहाराम अजगले ने भी सुषमाजी के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि वे एक संवेदनशील नेता थीं। उनके निधन से राजनीति के एक युग का अंत हो गया है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल एवं पूर्व मंत्री द्वय राजेश मूणत व महेश गागड़ा ने कहा कि एक सतत सक्रिय, गतिशील और संवेदनक्षम नेत्री के रूप में उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। वे राजनीतिक प्रतिबध्दताओं के बावजूद अद्भुत मानवतावादी थीं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ताओं सच्चिदानंद उपासने, शिवरतन शर्मा, श्रीचंद सुन्दरानी, संजय श्रीवास्वत, व भूपेन्द्र सिंह सवन्नी ने कहा कि भारत ने एक महान नेत्री और दुनिया ने एक अनुकरणीय व्यक्तित्व की धनी को खो दिया। उनके निधन से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकेगी।
भाजपा के प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष पूनम चंद्राकर, महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती पूजा विधानी, अजा मोर्चा अध्यक्ष डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, अजजा मोर्चा अध्यक्ष सिध्दनाथ पैकरा, युवा मोर्चा अध्यक्ष विजय शर्मा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष कोमल जंघेल समेत सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष ने भी सुषमाजी के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि आज भारतीय राजनीति का तेजस्वी सितारा अस्त हो गया।
प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने और प्रदेश मीडिया सदस्य सत्यम दुवा ने उन्हें श्रध्दांजलि देते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व ‘वज्रादपि कठोरानि, मृदूनि कुसुमादपि’ का जीवंत प्रतीक था। वे लौह महिला मानी जाती थीं पर साथ ही सबकी मदद के लिए वे ममतामयी हो जाती थीं।

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