शिक्षक द्वारा बच्चों की बेदम पिटाई का मामला आया सामने ,पुलिस ने ले दे कर मामले को ठंडे बस्ते में डाला
शहड़ोल जिले के बुढा़र स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा बच्चों को बेरहमी से पीटनें का मामला सामने आया है … मामला भी इतना संवेदनशील की थानें तक पहुंच गया … लेकिन बच्चों को न्याय मिलनें के पहले ही मामला थानें से रफादफा कर दिया गया …बच्चों मन की पीड़ा मन में ही रह गई और साथ ही डर भी कि कहीं उन्हें फिर से शिक्षा के इस मंदिर में मारापीटा ना जाये ….
इरफ़ान खान
शहडोल जिले के बुढा़र के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में बच्चों के साथ एक शिक्षक द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है … बुढा़र के इस उत्कृष्ट विद्यालय में सैकड़ो बच्चे पढ़ाई करते हैं … अनुशासन इतना है कि इस विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा मिला है … लेकिन एक दिन पहले शुक्रवार को एक शिक्षक की करतूत नें विद्यालय के उत्कृष्ट व्यवस्था कि पोल खोल दी … और ऐसा तब हुआ जब थोकबंद बच्चे स्कूल से निकलकर एक शिक्षक कि शिकायत करनें थानें पहुंच गये …
बच्चों नें थानें में बताया कि उनके स्कूल में पीटीआई के पद पर पदस्थ राजकुमार गुप्ता नाम के शिक्षक बिना किसी कारण के उनकी जमकर पिटाई करते हैं … इतना ही नहीं बच्चों से अभद्र भाषा का प्रयोग भी करते हैं … बच्चों के यह सब सहनें कि क्षमता खत्म हो गई तो सभी अपनी आपबीती लेकर थानें पहुंच गये … बच्चों के थानें पहुंचनें कि भनक जैसे स्कूल के प्रिंसपल को लगी वह भी थानें पहुंचे और बच्चों को पहले समझाया और अभिभावकों पर दबाव बनाया कि ऐसे में बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है … अभिभावक डर व भविष्य के खतरे को देख बिना कुछ कहे ही वापस तो आ गये … लेकिन उन्हें अब भी डर है कि उनके बच्चों के साथ पीटीआई राजकुमार गुप्ता मारपीट करेंगे … जब पूरे मामले कि शिकायत ब्लाक शिक्षा अधिकारी तक पहुंची तो उन्होंने कहा कि कमेटी गठित कर जांच कराई जायेगी सूत्रों की माने तो पूरा मामला सेटल करने के लिए गुरु जी ने मोटी रकम की भेट अर्पित कर बेदाग़ होने का प्रमाण पत्र ले कर लम्बी छुट्टी पर चले गए है ,यदि यही आलम शहडोल जिले की पुलिस का रहा तो निश्चय ही लोग थानों की जगह मामला स्वयं ही निपटाने के लिए मजबूर होंगे ,जिस से कभी भी अप्रिय घटना घटित होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ???