धनपुरी में भ्रस्टाचार ने निकाल दी मुख्य चौराहे की जान :शासन को लग रहा हजारो रूपए का चूना
जोगी एक्सप्रेस
जमिलुर्रहमान
शहडोल धनपुरी। नगर पालिका वार्ड नंबर 15 ह्रदय स्थल आजाद चौक में सौंदर्यीकरण के नाम पर पूर्व में लगे शहीद चंदशेखर आजाद की प्रतिमा को हटाकर पुनः नई प्रतिमा व फव्वारे का नवर्निमित निर्माण लाखों की लागत से करवाया गया है ठेकेदार के द्वारा गुणवत्ता को नजर अन्दाज कर निर्माण कार्य की अनदेखी के चलते सुंदरता में ग्रहण लग गया ,जहा इस चौराहे की सुन्दरता पूर्व में देखने को मिलती थी अब वह रौनक नगर से गायब सी हो गई है ,कमिसन खोरी की भेट चढ़े इस चौक में जहा आये दिन लोगो का तांता लगा रहता था ,अब वही वीरानियो ने इसे अब चारो तरफ से घेर लिया है !बिन पानी सब सून वाली कहवत धनपुरी में सटीक बैठती है प्रतिमा के ठीकनीचे पानी भरा जाता है ताकि शाम होते ही जब फवारा चालू किया जाये तो आँखों को ठंडक प्रदान करे ,परन्तु यहाँ अयसा कुछ भी नहीं ,कुंड में पानी भरा रहे इस के लिए नगर पालिका को नल कनेक्सन देना था परन्तु जल्दीबाजी और हडबडाहट में ये चूक हो गई ,जिस फायर ब्रिगेड को आग बुझाने के लिए खरीदा गया था ,अब वह कुंड में पानी भरने के उपयोग में लिया जा रहा !वही सूत्रों की माने तो अधिकारी शासन को डीजल और कर्मचारियों के पेमेंट का पलीता लगा रहे ,नगर की हालत किसी से छुपी नहीं है !वही पीने के पानी के टेंकरों से भी इसी तरह का कार्य प्रतिदिन लिया जा रहा ,जिस से शासन को प्रतिमाह हजारो रूपए का डीजल के नाम से चूना लग रहा ,
गुणवत्ता की खुली पोल
धनपुरी आजाद चौक में ही जब गुणवत्ता की पोल दिखने लगे तो अन्य क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्य का अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। गुणवत्ता को लेकर वार्ड वासियों द्वारा उंगलियां उठाने लगे है फब्बारे में चारो ओर लगी टाइल्स अभी से ही हिलने गिरने लगी स्टील की रोलिंग उखडने लगी है मजबूती ना होने के चलते जगह.जगह टाइल्स हिल रही हैं जो लोकार्पण के समय से ही गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लगने लगा था अब वो वास्तविकता में नज़र आ रहा
टंकी हो गई लीक
फब्बारे के लिए नवनिर्मित बनाई गई टंकी पूरी तरह से अंदर से लीकेज होने के चलते नगर पालिका द्वारा आय दिन कई टैंकर पानी डाला जाता।है तब कही फब्बारा चलती है पानी आय दिन ना डाला जाय पूरी तरह से नवनिर्मित फब्बारा टंकी सूख जाता है अगर ठेकेदार द्वारा टंकी लीकेज को सुधारा नहीं गया तो नगरपालिका को आय दिन टैंक से पानी गुब्बारे को चलाने के लिए डालने पड़ेंगे तभी फुब्बारा की सुन्दरता देखने को मिलेगा अन्यथा पूर्व की तरह गुब्बारा की सुंदरता दिखाई नहीं देगा
बे रौनक हुआ फव्वारा
शाम को 1.2 घंटे के लिए फब्बारा चलाया जाता है जहा फब्बारा की रौनक देखने को नहीं मिलती गुब्बारा का नोजल जाम होना बताया जाता जिसके चलते पानी वही पर गिरता है सुंदरता के उद्देश्य से बनाया गया फब्बारा लाखो खर्च कर के भी अपनी पूर्व की सुन्दरता को नहीं प् सका ! नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपए सौंदर्णीकरण और विकास के नाम पर करोडो खर्च किए गए लेकिन धनपुरी आजाद चौक आज भी सुंदर दिखने की जगह अब उबड़ खाबड़ गड्ढे में तब्दील हो गई है जिस से पानी का जमावड़ा बना रहता है जिस से आने जाने वाले राहगीरों को भारी परेशानी का सामना आए दिन करना पड़ रहा है आखिरकार नगर में करोड़ों का काम किया गया लेकिन नगर का ह्रदय स्थल आजाद चौक पर नगर पालिका की नजर क्यों नहीं गई जो आज भी उपेक्षित देखी जा रही है!