दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी”करेगी गुरु पूर्णिमा से अमरकंटक में वृक्षारोपण की शुरुवात :राकेश
जोगी एक्सप्रेस
शहडोल म.प्र.धनपुरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सब का विकास जायसी योजना ला कर समुझे भारत को निरंतर प्रगति के पथ पर ला रहे और भारत के विकास और टेक्नालजी पर्यावरण को लेकर जिस तरह के प्रयास कर रहे ,उससे से बड़ी बड़ी संस्थाओ के लोग आगे आ कर अपनी अपनी सेवाए प्रदान कर रहे जिनमे नमो फौन्ड़ेसन, और दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी” पर्यावरण को लेकर तेजी से आगे बढ़ रही है !और जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे है !दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी” के अंतररास्ट्रीय प्रेसिडेंट श्री भुवन भट्ट जी के कुशल मार्गदर्शन में इसकी शुरुवात मध्यप्रदेश के अमरकंटक से की जा रही है !दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी समूचे भारत में युवाओ को इस कार्यक्रम के मध्य से रोजगार भी उपलब्ध कराएगी int ग्रुप सोसाइटी पर्यवरण और नाइ पीढ़ी के लिए विभिन्न कार्य करती है,दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी भारतऔर आस्ट्रेलिया में पंजीक्रत संस्था है ,इंसानों की भलाई के लिए स्कूल और शिछा के छेत्र और विभिन्य खेल प्रतियोगिता आयोजित करने भारती संस्क्रती और विज्ञान एवम प्रोद्योगिकी का ज्ञान देने के लिए छात्रों को विश्व की प्रतिस्पर्धाओ का सामना कारने के लिए तैयार करना !पर्यवरण की भलाई के लिए पौधारोपण को बढ़ावा देना जेसे कार्यक्रम मुख्य उद्देश है ,साथ ही छोटे बड़े व्यपारियो को सहयात प्रदान करना ,समाज के सभी वर्गो के लिए बुनियादी कम्पूटर की सिच्छा प्रदान करना ,परिवार नियोजन ,बच्चो और महिलाओ के सशक्तिकरण गाव के विकास के लिए सहायता समूह बना कर इन को स्थापित करना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार सोनी जी को नियुक्त किया गया है , हाल ही में उनके मुंबई प्रवास से लौटते वक़्त एक छोटी सी चर्चा के दौरान उन्होंने बताया की गुरु पूर्णिमा से हम नर्मदा स्वरूपा मीरा माता कपिल धारा अमरकंटक से वृक्ष रोपण का कार्य शुरू करेंगे और पुरे मध्यप्रदेश में नहीं अपितु पुरे भारत में इस अभियान को सोसायटी चला रही है , प्रकृति ने हमारे जीवन की भलाई के लिए बहुत सी चीज़ों को बनाया है जिससे हम अपने जीवन को सुखमय बना सके और अपने जीवन की प्रत्येक समस्याओं का अच्छी तरह से समाधान कर सके। जड़ी बूटियाँ, खनन, धातुओं, आदि बहुत सी चीज़ें हमारे सामने उपस्थित है और सुलभ भी है, ज़रूरत हे तो सिर्फ थोड़ा सा काम करने की और ज्ञान प्राप्त करके उस चीज़ का इस्तमाल करने की। वृक्ष रोपण की शुरुआत गुरु पूर्णिमा से होगी ,दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के सुधार के लिए बड़ी क्रन्ति साबित हो रही है ,दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी समूचे भारत में युवाओ को इस कार्यक्रम के मध्य से रोजगार भी उपलब्ध कराएगी int ग्रुप सोसाइटी पर्यवरण और नाइ पीढ़ी के लिए विभिन्न कार्य करती है,दी सोसाइटी ऑफ इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी भारतऔर आस्ट्रेलिया में पंजीक्रत संस्था है ,इंसानों की भलाई के लिए स्कूल और शिछा के छेत्र और विभिन्य खेल प्रतियोगिता आयोजित करने भारती संस्क्रती और विज्ञान एवम प्रोद्योगिकी का ज्ञान देने के लिए छात्रों को विश्व की प्रतिस्पर्धाओ का सामना कारने के लिए तैयार करना !पर्यवरण की भलाई के लिए पौधारोपण को बढ़ावा देना जेसे कार्यक्रम मुख्य उद्देश है ,साथ ही छोटे बड़े व्यपारियो को सहयात प्रदान करना ,समाज के सभी वर्गो के लिए बुनियादी कम्पूटर की सिच्छा प्रदान करना ,परिवार नियोजन ,बच्चो और महिलाओ के सशक्तिकरण गाव के विकास के लिए सहायता समूह बना कर इन को स्थापित करना ,इस सोसाइटी का उद्देश बताते हुए श्री राकेश सोनी ने बताया की सोसाइटी का उद्देश सामाजिक कल्याण है ,न की व्यवसाय ,या अन्य किसी तरह का लाभ! आज पर्यवरण काफी दूषित हो रहा ,शहरो की हालत तो और भी खराब होती जा रही इस का मुख्य कारण पेड़ पोधे जंगलो की अध धुंध कटाई है ,लोग पेड़ तो काट रहे अपने उपयोग के लिए परन्तु इस बात का ध्यान ही नहीं करते की पेड़ पौधे हमें अक्स्सिज़न प्रदान करते है ,जो हमरे लिए कुदरत का सब से बड़ा उपहार है ,यदि हम पेड़ पोधे लगाने के लिए सब को प्रेरित करे तो मेरा मानना है की हरित क्रांति समूचे विश्व में भारत को अलग पहचान दिलाएगी ! चर्चा के दौरान श्री राकेश ने बताया की जो जिम्मेदारी मुझे सौपी गई है उसका मै पालन पूरी निष्ठा के साथ करूँगा !चर्चा को आगे बढ़ाते हुए श्री राकेश ने कहा की कुदरत के दिये गये वरदानों में पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण स्थान है। पेड़-पौधे मानवीय जीवन चक्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें न केवल भोजन संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ती ही होती बल्कि जीव जगत से नाजुक संतुलन बनाने में भी ये आगे रहते हैं-कार्बन चक्र हो या भोजना श्रृंखला के पिरामिड में भी ये सर्वोच्च स्थान ही हासिल करते हैं। इनकी उपयोगिता को देखते हुए इनको अनेक संवर्गों में बांटा गया है। इनमें औषधीय पौधे न केवल अपना औषधीय महत्व रखते हैं आय का भी एक जरिया बन जाते हैं। हमारे शरीर को निरोगी बनाये रखने में औषधीय पौधों का अत्यधिक महत्व होता है यही वजह है कि भारतीय पुराणों, उपनिषदों, रामायण एवं महाभारत जैसे प्रमाणिक ग्रंथों में इसके उपयोग के अनेक साक्ष्य मिलते हैं। इससे प्राप्त होने वाली जड़ी-बूटियों के माध्यम से न केवल हनुमान ने भगवान लक्ष्मण की जान बचायी बल्कि आज की तारीख में भी चिकित्सकों द्वारा मानव रोगोपचार हेतु अमल में लाया जाता है। यही नहीं, जंगलों में खुद-ब-खुद उगने वाले अधिकांश औषधीय पौधों के अद्भुत गुणों के कारण लोगों द्वारा इसकी पूजा-अर्चना तक की जाने लगी है जैसे तुलसी, पीपल, आक, बरगद तथा नीम इत्यादि। प्रसिध्द विद्वान चरक ने तो हरेक प्रकार के औषधीय पौधों का विश्लेषण करके बीमारियों में उपचार हेतु कई अनमोल किताबों की रचना तक की है जिसका प्रयोग आजकल मानव का कल्याण करने के लिए किया जा रहा है।