चढ़ता सूरज धीरे-धीरे ढलता है ढल जाएगा फ़िल्म ‘इंदु सरकार’ का हिस्सा बनी
”डायरेक्टर मधुर भंडारकर ने अपनी आने वाली फ़िल्म ‘इंदु सरकार’ में क़व्वाली ‘चढ़ता सूरज’ को फिर से किया रीलांच ”
जी हा ये सच है कव्वाली के शौकीन लोगो के लिए मधुर भंडारकर ने दी खुसखबरी उनकी आने वाली फिल्म ‘इंदु सरकार में नया प्रयोग करते हुए कई पुरानी फ़िल्मों के गानों को नए अंदाज़ में नई फ़िल्मों में पेश करने का चलन बढ़ा है। अब तो नब्बे के दशक के भी कुछ गाने रिपीट किये जा रहे है जिनमे में कव्वाली लोगो के लिए नई बात तो नहीं होगी पर भारती दर्शको को कव्वाली सुनने के लिए बाध्य करेगी डायरेक्टर मधुर भंडारकर ने अपनी आने वाली फ़िल्म ‘इंदु सरकार’ में क़व्वाली ‘चढ़ता सूरज’ को फिर से रिवाइव कर सबका ध्यान खींचा है।टी-सीरीज के पास इस कव्वाली के राइट्स पहले से ही थे। ये फिल्म भी भूषण कुमार के इस बैनर तले बन रही है, इसलिए इस कव्वाली को ‘इंदू सरकार’ में शामिल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।”आज जवानी पर इतराने वाले कल पछतायेगा, चढ़ता सूरज धीरे-धीरे ढलता है ढल जाएगा!” आपने यह क़व्वाली ज़रूर सुनी होगी। इस क़व्वाली को कई सिंगर्स ने अपने-अपने अंदाज़ में गाया है। यही इसकी कामयाबी भी है। शायद, इसलिए भी मधुर भंडारकर की नज़र इस क़व्वाली पर पड़ी और उन्होंने इसे अपनी फ़िल्म ‘इंदु सरकार’ का हिस्सा बनाया। बुधवार को यू ट्यूब पर इसे लांच भी कर दिया गया है।मूल रूप से इस क़व्वाली को गाया और संगीतबद्ध अज़ीज़ नाज़ा ने किया है। क़व्वाली के बोल क़ैसर रत्नागिरवी ने रचे हैं। ‘इंदु सरकार’ के लिए “चढ़ता सूरज” को अपनी आवाज़ मुज्तबा अज़ीज़ नाज़ा ने दी है जबकि संगीत अनु मलिक का। नील नितिन मुकेश और कीर्ति कुल्हारी अभिनीत यह फ़िल्म 28 जुलाई को रिलीज़ हो रही है।दर्शको को इस फिल्म में गाने के साथ कव्वाली का भी अन्नंद उठाने का मौका मिलेगा !