भारतीय क्रिकेट टीम ने दर्शको के ख्वाब पर फेरा पानी :मायूस हुए दर्शक
जोगी एक्सप्रेस
मोहम्मद शब्बीर
भारतीय टीम ने जहां पुरे भारत को अपने प्रदर्शन से मायूस किया वही टीम इंडिया को रविवार को ओवल में पाकिस्तान के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में 180 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन युवा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। भारत तो फाइनल में हार गई, लेकिन पांड्या ने इतिहास रचते हुए इस मैच को यादगार बना लिया।पांड्या के नाम आईसीसी वन-डे टूर्नामेंट्स के फाइनल में सबसे तेज फिफ्टी बनाने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया। उन्होंने 1999 वन-डे विश्व कप फाइनल में बनाए एडम गिलक्रिस्ट के रिकॉर्ड को तोड़ा।पांड्या ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई करते हुए मात्र 32 गेंदों में 4 छक्कों और 3 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की। वे 43 गेंदों में 4 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 76 रन बनाने के बाद दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। उन्होंने शादाब खान की गेंदों पर लगातार तीन छक्के और फखर जमान की गेंदों पर लगातार दो छक्के लगाए। वही कुछ ने तो खेल को खेल ही रहने दिया होता। खबरिया चैनलों ने हद ही कर दी। खेल को जंग बना दिया। फेसबुक पर तमाम मित्र लिख रहे थे कि
क्या कभी बेटा अपने बाप से जीत पाया है। फादर्स-डे से भी भारत-पाक क्रिकेट मैच को जोड दिया और लगे हाथ बाप के ही जीतने की भविष्यवाणी भी कर दी। कौन समझाए अतिउतावलों को कि हर बाप चाहता है कि बेटा उससे आगे निकले। खेल का आनंद ही तभी है जब मुकाबले की टीम मजबूत हो और जीत-हार का सस्पेंस आखिर तक बना रहे।
पहले टॉस जीत कर पाकिस्तान को खेलने का मौका देना शायद टीम इंडिया का अतिआत्मविश्वास था। बहरहाल अब तो विराट के हर सवाल पर उंगली उठेगी। मीडिया ने जो बडे-बडे दावे कर रखे थे, उसे भी हार की वजहें गिना कर खुद को दुरुस्त करने का यत्न करना होगा। बेशक आज पाकिस्तानी टीम शुरुआत से अंत तक बेहतर खेली।
आइंदा के लिए भारत-पाक मैच का जुनूनी क्रेज बने रहने के लिए भी पाकिस्तानी टीम का मजबूत होना जरूरी है। क्रिकेट प्रेमी तमाम हिंदुस्तानी भाई-बहनों को मायूस होने की जरूरत नहीं है। “होती न अगर विकराल धूप, ठंडी छाया नीरस लगती।”पांड्या ने ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज गिलक्रिस्ट का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1999 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 33 गेंदों में फिफ्टी बनाई थी। उन्होंने इस दौरान 8 चौके और 1 छक्का लगाया था।