जमानती शहजादा खुद भाग गये अमेठी से -विधायक शिवरतन शर्मा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और विधायक शिवरतन शर्मा ने एक सर्वे के आंकड़े के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं के आत्ममुग्ध होने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में अपने तीन महीने के कार्यकाल में ही लोगों का विश्वास और समर्थन खो चुकी है।
श्री शर्मा ने कांग्रेस नेताओं के अपनी सरकार के स्तुतिगान पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा कि कांग्रेस नेता आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी ही प्रदेश सरकार के कामकाज की आड़ लेकर राष्ट्रीय मुद्दों से मुंह क्यों चुरा रहे हैं? उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के जिन कामों के कसीदे कांग्रेस नेता पढ़ रहे हैं, दरअसल वे इसकी सच्चाई से मुंह मोड़ रहे हैं। प्रदेश सरकार का तीन महीने का यह कार्यकाल छलावा, झूठ, आतंक और प्रतिशोध की राजनीति का रहा है। किसानों के कर्ज माफ करने में प्रदेश सरकार ने तो छलावे की सारे हदें पार कर दी जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा घोषित किसान सम्मान निधि के क्रियान्वयन में शर्मनाक उदासीनता का परिचय देकर अड़ंगा डालने का काम किया है। उसी प्रकार आयुष्मान स्वास्थ्य योजना और सवर्ण आरक्षण को अधर में लटकाकर प्रदेश सरकार ने गरीब-जरूरतमंद लोगों की सेहत और युवकों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। दो साल के धान बोनस का भुगतान तो अब तक इस सरकार ने किया नहीं, जबकि धान की कीमत बढ़ाने का ढोल पीटते कांग्रेस नेता इस सच्चाई से आंखें मूंदे बैठे हैं कि प्रदेश के लाखों किसानों को अब तक धान मूल्य की अंतर राशि का भुगतान तक नहीं हुआ है।
भाजपा प्रवक्ता विधायक शर्मा ने कहा कि तबादलों की आड़ में एक तरफ प्रशासन को आतंकित कर दबाव बनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से जकड़ी सरकार कायदे-कानूनों को ताक पर रखकर विपक्ष के नेताओं को अनावश्यक रूप से बदनाम करने का साजिशाना अभियान चला रही है। शराबबंदी का वादा करके मुकरने वाली प्रदेश सरकार बिजली-बिल और संपत्ति कर आधा करने की घोषणा पर भी टालमटोल करने लगी है। छलावों और झूठ के धरातल पर खड़ी प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेता खुशफहमी में जी रहे हैं। आखिर वे किस नैतिकता के आधार पर लोगों के पास समर्थन और वोट मांगने जाएंगे? सवाल यह भी है कि आगामी लोकसभा चुनाव जब राष्ट्रीय मुद्दों पर होने हैं तो राष्ट्रीय सुरक्षा, वैदेशिक नीति, आर्थिक मजबूती जैसे मुद्दों पर कांग्रेस नेता अपना दृष्टिकोण रख नहीं पा रहे हैं। उल्टे केन्द्र सरकार के फैसलों पर ऊलजलूल टिप्पणियां करके और आतंकवाद के खिलाफ हुई कार्रवाई के सबूत मांगकर कांग्रेस नेता ‘कुछ और ही संदेशÓ रहे हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता चाहे जितना आत्ममुग्ध हो लें, छत्तीसगढ़ की जनता केन्द्र सरकार के फैसलों के साथ खड़ी है और प्रदेश सरकार के छलावे, झूठ व बदले की राजनीति का माकूल जवाब देकर बता देगी कि एक जमानती मुख्यमंत्री अपने जमानती शहजादे को चाहे जैसे भ्रम में रखे, प्रदेश की जनता कांग्रेस के झांसे में अब नहीं आएगी। यह बात खुद राहुल गांधी भी अच्छी तरह समझ गए हैं और इसीलिए अब वह अमेठी से भाग गए हैं।