संपत्ति का ब्यौरा देने से बचने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही प्रियंका -भाजपा
रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की संपत्ति में हुए इजाफे को लेकर सफाई मांगी है। श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के जमानत पर घूम रहे अध्यक्ष राहुल गांधी की सन् 2004 में कुल सम्पत्ति 55 लाख रुपए थी जो अब बढ़कर नौ करोड़ रुपए हो गई है। क्या राहुल गांधी और उनकी चरणवंदना में लगे प्रदेश के जमानती मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता प्रदेश की जनता को यह बताएंगे कि एकाएक यह संपत्ति इतनी अधिक उन्होंने कैसे और किस स्रोत से अर्जित की है? उनकी आय का स्रोत क्या है?
श्री कौशिक ने कहा कि मात्र 10 वर्षों में नेशनल हेराल्ड घोटाले के जमानतदार कांग्रेस अध्यक्ष की संपत्ति में 1600 प्रतिशत की वृद्धि होना आश्चर्यजनक है। राहुल की अपने भाषणों में संपत्ति बढ़ाने का यह नुस्खा ही बताना चाहिए। कौशिक ने कहा हालांकि भारत की इमानदार जनता कभी भी राहुल परिवार के रास्ते से धन नहीं कमाना चाहेगी। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष न केवल भ्रष्टाचार कर रहे हैं बल्कि धन की लिप्सा में राष्ट्रद्रोहियों के साथ गलबहियां करने से भी बाज नहीं आते। उन्होंने कहा कि न केवल राहुल और उनके परिवार ने हथियारों की दलाली करने वाले एचएल पाहवा के साथ लेन-देन किया बल्कि 2 जी घोटाले के आरोपी युनिटेक से भी करीब 7 करोड़ की संपत्ति खरीदी। एनएसइएल घोटाला में संलिप्त जिग्नेश शाह को अपना फार्म हाउस भी लीज पर दिया।
कौशिक ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि एक जमानत शुदा सीएम, अपने जमानत शुदा राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए प्रचार में व्यस्त है। भारत की राजनीति के सामने एक अजीब संकट है जहां ऐसे-ऐसे धनपिपासु और राष्ट्रद्रोही तत्वों के मित्र लोग भी सत्ता पर कब्जा कर सपना देखने लगते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन भारत की जनता अब काफी जागरुक हो गयी है। अब वह कांग्रेस के बहकावे में बिल्कुल नहीं आने वाली।
श्री कौशिक ने यह भी पूछा है कि क्या संपत्ति का सही-सही ब्योरा देने से बचने के लिए ही प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ रही हैं? नैतिकता की बातें करने वाला कांग्रेस नेतृत्व खुद अनुपातहीन संपत्ति का स्वामी बना बैठा है और दूसरों पर कीचड़ उछाल रहा है।