मोदी चौबीस घण्टा सातों दिन झूठ बोलते है – कांग्रेस
झूठ बोलने की कला सीखाने का केंद्र है भाजपा, मोदी मास्टर ट्रेनर
बीजेपी राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुग के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस घोषणा पत्र बनाने की नीति को कापी-पेस्ट कर भाजपा घोषणा पत्र बनाने चली
रायपुर, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने घोषणा पत्र बनाने किसान, युवा, महिलायें, मजदूर, वकील, डाक्टर, व्यापारी, पत्रकारों एवं शासकीय कर्मचारियों से सुझाव मांगे थे और लोकसभा चुनाव के लिये भी कांग्रेस के द्वारा जन आवाज के माध्यम से घोषणा पत्र बनाने सुझाव मांगे गये है। कांग्रेस के घोषणा पत्र बनाने की नीति को अब भाजपा कापी-पेस्ट कर रही है। भाजपा घोषणा पत्र बनाने 300 रथ, 7700 बक्से और 100 फोकस ग्रुप के माध्यम से करोड़ों रू. खर्च कर जनता के बीच जा रही है। 2014 लोकसभा चुनाव के वायदे अभी पूरे नहीं हुये है। उन्होने कहा कि मोदी झूठ बोलने में अव्वल, चौबीस घण्टा सातों दिन झूठ बोलते है और भाजपा झूठ बोलने की कला सीखाने का सेंटर है, जिसके मोदी मास्टर ट्रेनर है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की जनता भोली भाली है लेकिन भाजपा के चरित्र से भली भांति परिचित हो गये है। 15 साल के भाजपा कुशासन, वादाखिलाफी, कमीशनखोरी भ्रष्टाचार से अभी छत्तीसगढ़ मुक्त हुआ है। भाजपा नेता रथ में सवार होकर फिर झूठ का मायाजाल बुनने निकले है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनजंय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की बिदाई का समय आ गया लेकिन अच्छे दिन नही आये। जनता का बैंक खाता आज भी खाली है 15 लाख अब तक नही आये, दो करोड़ युवाओ को प्रतिवर्ष रोजगार देने का वादा था उल्टा मनमानी तरीके से लागू कि गई नोटबन्दी जीएसटी के कारण करोड़ो लोग बेरोजगार हो गये। महिलाओं के साथ छलावा किया गया। महिला आरक्षण बिल लागू नही हुआ, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू नही हुई, यूपीए के कानून के अनुसार लोकपाल नियुक्त नही हुआ। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस सिर्फ़ मोदी के भाषणों में सुनाई पड़ा, हक़ीकत में खुद भ्रष्टाचार में लिप्त रहे, राफेल घोटाला खुला भ्रष्टाचार और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। मंहगाई कम होने की अपार संभावनाये के बावजूद देश मे महंगाई कम नही हुई। गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ाकर जनता की गाढ़ी कमाई लूटी गई। विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी सरकार से मिलीभगत कर बैंकों का पैसा लेकर फरार हो गये।