November 23, 2024

रिपोर्ट कार्ड :विधायक बने 2 माह बीत गए डॉ .विनय जयसवाल के वादों पर कितना हुआ अमल

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विधायक को जनता के दर्द से नहीं कोई सरोकार 

चिरमिरी, हमेशा से वादों और भरोसे के नाम से छली गई, कभी नेताओ के हाँथो तो कभी समाजसेवी संगठनों के द्वारा, अब जब कांग्रेस की नई सरकार बनी और जनता के साथ फिर से मज़ाक का सिलसिला चल निकला, कांग्रेस से नवनिर्वाचित विधायक डॉ. विनय जयसवाल मनेंद्रगढ़ विधानसभा से चुने गए ,चुनाव से पहले वादों की लम्बी चौड़ी फेहरिस्त बनाई गई क्या कोई भी  क्रिय्वान्वित हुई ? जन्नत के खिताब से लबरेज चिरमिरी को यहाँ के स्थानीय लोग जन्नत से कम नहीं आंकते ,कोई जन्नत तो कोई लिटिल शिमला की उपाधि देता है ,लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है इसकी वादियों को न जाने किस की नज़र लग गई अब ये सिर्फ राजनीती का अखाडा मात्र बन कर सिमट गई ,रोजगार न होने की वजह से लोग पलायन कर रहे ,स्कूल और अस्पताल देखने  और दिखने  के लिए म्यूजियम  की मानिंद खड़े है ,सडको की हालत खास्तहाल हो चली है! लेकिन चुनाव आते ही यहाँ वादों की झमझम बारिश शुरू हो जाती है ,होना भी लाजिमी है लगभग एक लाख की आबादी वाला यह छेत्र सिर्फ वोट के लिए ही उपयोग में आता है , बाकी समय लोग नेता, मंत्री, विधायक, को ढूढने में लगा देते है ,जब स्थानीय जनता से इस पर चर्चा की गई तो उन्होंने बताया की अभी तो महज दो माह ही बीते है और वही डॉ विनय जयसवाल को विधायक बने 2 माह होने जा रहे है लेकिन इस बीच वे केवल 2-4 दिन के लिए ही चिरमिरी आते है । बाकी समय रायपुर में बिता रहे है । जिसके कारण आम जनता अपनी समस्याओं के लिए इधर उधर भटक रही है । अब छली और बेबस जनता जाए तो किस के द्वारे जाए !अब विधायक जी को फुर्सत ही नही की जनता की समस्याओं और उनकी परेशानियों को सुन कर उनका निराकरण कर सके, कभी  हल्दीबाड़ी चिरमिरी में बने पार्क में लोगो का जमघट लगता था, लोग अपनी दिनचर्या से फ़ारिग हो कर अपने सुख दुख और तनावपूर्ण वातवरण से हटकर थोड़ी देर यहाँ पर सुकून से बैठ सकते थे लेकिन इस पार्क की दुर्दशा देख कर लगता नही की यहाँ कभी पार्क रहा होगा, झूले फिसलपट्टी अब अपनी दुर्दशा पर अंशू बहा रहे है। ncph में स्वास्थ लाभ हेतू सफेद हाथी नुमा बिल्डिंग तो खड़ी है परंतू डॉक्टरों का अकाल स छाया हुआ है।


चिरमिरी की धरती से रोजाना लाखो रुपए का राजस्व कमाने वाली चिरमिरी नगर निगम को भी इस कि सुध लेने की फुर्सत नही,एस. ई. सी. एल. सिर्फ मुनाफे और खाना पूर्ति पर ज़्यदा भरोसा करती है, लोगो के जीवन और स्वास्थ से उसे भी  कोई सरोकार नही,
विधायक महोदय के वादों की लंबी चौड़ी लिस्ट में लोगो के स्वास्थ को महसूस करते हुए कागजो पर अच्छे रंगों से तो उकेरा लेकिन जमीनी स्तर पर मामला फिसड्डी है, नए नए विधायक अपना जोश और स्फूर्ति सिर्फ चिरमिरी से रायपुर आने जाने में खर्च कर रहे


जब स्थानीय लोगो से इस विसय पर चर्चा हुई तो स्थानीय जनो ने यही कहा विधायक जी क्या हुआ तेरा वादा,

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