JNU राजद्रोह केसः दिल्ली पुलिस, सरकार में शुरू हुआ दोषारोपण
नई दिल्ली : राजद्रोह केस में जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के मामले में कोर्ट द्वारा सवाल उठाए जाने पर अब दिल्ली पुलिस और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के बीच दोषारोपण शुरू हो गया है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के किसी भी मंत्री को जेएनयू मामले में मुकदमा चलाए जाने की अनुमति मांगने वाली कोई फाइल नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘अगर दिल्ली पुलिस ऐसा कोई दावा कर रही है, यह पूरी तरह से झूठ है और वह कुछ छुपा रही है।’
हालांकि, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संज्ञान लेते वक्त मुकदमा चलाने की मंजूरी की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि चार्जशीट दाखिल करते वक्त जांच अधिकारी ने यह निर्दिष्ट किया था कि इसने दिल्ली सरकार से मंजूरी के लिए आवेदन दिया है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘आवेदन उसी दिन दिया गया था।’
उधर, सूत्रों कहना है कि मंजूरी की फाइल गृह विभाग को मिली थी और आवश्यक कार्रवाई लिए कानून विभाग को भेजी गई थी। बता दें कि शनिवार सुबह दिल्ली की एक अदालत ने बिना आवश्यक मंजूरी के चार्जशीट दाखिल करने पर सवाल उठाया था। कोर्ट ने कहा था, ‘आपने बिना मंजूरी चार्जशीट दाखिल क्यों की? आपके पास कानून विभाग नहीं है।’
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के अलावा अन्य खिलाफ के 9 फरवरी, 2016 को जेएनयू परिसर में कथित रूप से देश विरोधी नारेबाजी के मामले में 14 जनवरी को चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने यह दावा किया था कि कन्हैया ने सरकार के प्रति नफरत पैदा करने के लिए देश विरोधी नारेबाजी की थी। चार्जशीट में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य का नाम भी शामिल है।