भाजपा का चरित्र ही किसान विरोधी,धान बिक्री पर सवालिया निशान लगाकर भाजपा किसानों का अपमान कर रही -शुक्ला
रायपुर, भाजपा विधायको के द्वारा सोसाइटियों में किसानों के धान के आवक बढ़ने पर चिंता और रिसाईकिलिंग के झूठे आरोपों को कांग्रेस ने भाजपा की किसान विरोधी मानसिकता बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य के किसानों के खून पसीने और मेहनत से उपजाई गये धान पर सवालिया निशान खड़ा कर भाजपा ने एक बार फिर से अपने किसान विरोधी चरित्र को उजागर किया है। सोसायटियों में पंजीकृत किसान धान बेचने आ रहे है उन पर आरोप लगाकर भाजपा अन्नदाताओं का अपमान कर रही है। यदि कहीं पर गड़बड़ी है तो जिम्मेदार विपक्ष के नाते भाजपा को पुख्ता सबूतों के आधार पर शिकायत करनी चाहिये लेकिन सिर्फ राजनैतिक बयानबाजी के लिये इतने संवेदनशील मुद्दे पर अनर्गल आरोप नहीं लगाया जाना चाहिये। कर्ज माफ़ी और धान की कीमत मे बढ़ोतरी की आशा मे किसानो ने शुरुआती पखवाड़े मे अपना धान नही बेचा था स्वभाविक है कि इसके बाद की अवधि में धान की आवक बढ़ी है और शुरूआती भीड़ आखिरी पखवाड़े तक चल रही है। कांग्रेस सरकार द्वारा धान का समर्थन मूल्य 2500 रु. दिये जाने के कारण भी पूर्व मे जो किसान थोड़ा बहुत धान बचा कर रखते थे वे लोग भी भरपूर कीमत मिलने के कारण अपना पूरा धान बेच रहे है। भारतीय जनता पार्टी जब सरकार में थी तब उसका प्रयास रहता था कि कम से कम धान की खरीदी हो। यही कारण था कि अपने संकल्प पत्र में एक-एक दाना धान की खरीदी करने का वायदा करने के बाद भाजपा सरकार ने मात्र 10 क्विंटल धान खरीदी का आदेश निकाल दिया था, कांग्रेस के विरोध के बाद इस सीमा का 15 क्विंटल किया गया था। समर्थन मूल्य पर कम से कम खरीदी करना पड़े इसलिये भाजपा ने किसानों को धान बेचने के लिये अग्रिम पंजीयन करवाने का नियम बनाया तथा ज्यादा किसान पंजीयन न करवा सकें इसलिये भी पंजीयन में अनेकों शर्ते जोड़ा गया था। अब जब किसान धान बेच रहे है तब भी भाजपा को पीड़ा हो रही है।