10वां पंडित विमलेंदु मुखर्जी संगीत समारोह 18 से
रायपुर , पंडित विमलेंदु मुखर्जी भारत के विख्यात संगीत कलाकर और गुरु के रुप में स्थापित रहे। उनकी स्मृति में 2010 से निरंतर चल रहे इस संगीत समारोह का कार्यक्रम इस वर्ष भी किया जा रहा है। कार्यक्रम का यह 10 वां वर्ष है। छत्तीसगढ़ शास्त्रीय संगीत श्रोता समिति, भातखंडे ललित कला शिक्षा समिति और छत्तीसगढ़ संगीत कला शिक्षण मंच का यह संयुक्त कार्यक्रम है। उक्त जानकारी आज पत्रकार वार्ता के दौरान के छत्तीसगढ़ शास्त्रीय संगीत श्रोता समिति के प्रवक्ता रोहन नायडू ने दी है।
के रोहन नायडू ने 14 जनवरी को पत्रकार वार्ता में कहा कि इस कार्यक्रम में देश-विदेश के ऐसे कलाकारों को आमंत्रित किया जाता है जो भारतीय शास्त्रीय संगीत की सेवा में निरंतर उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम तीन दिनों तक रंग मंदिर गांधी चौक रायपुर में 18 से 20 जनवरी तक प्रतिदिन 6.30 बजे से होगा। 18 जनवरी शुक्रवार को रायपुर के अशोक कुर्म का एकल तबला वादन और औरंगाबाद के सचिन नेवपुरकर का शास्त्रीय गायन होगा। 19 जनवरी शनिवार को पुणे से आए पंडित राजेंद्र कंदलगांवकर का शास्त्रीय गायन होगा। द्वितीय प्रस्तुति के रूप में कर्नाटक और हिन्दुस्तानी वायलिन की जुगलबंदी श्रोताओं को सुनने मिलेगी। विजयवाड़ा से हेमाद्रि चंद्रकांत कर्नाटक वायलिन और रायपुर केके रोहन नायडू हिन्दुस्तानी वायलिन पर जुगबंदी का कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। 20 जनवरी रविवार को जी टीवी के सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स की विजेता कुमारी अंजला गायकवाड़ का गायन होगा। पंडित राजन-साजन मिश्र के शिष्य डॉ. प्रभाकर कश्यप और डॉ. दिवाकर कश्यप का युगल गायन होगा।