November 23, 2024

पोंडी गांव में पेयजल समस्या को लेकर ग्रामीणों में बढ़ रहा आक्रोश *ग्रामीण मतदान वहिष्कार के लिए हुए मुखर

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उमरिया(तपस गुप्ता) क्षेत्र में विकास को लेकर जनप्रतिनिधि दावे पर दावे करते नजर आते है लेकिन जब जमीनी हकीकत देखी जाए तो कुछ और ही नजर आता है। ताजा मामला उमरिया जिला के करकेली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत पटपरा के ग्राम पोंडी से सामने आया है जहाँ लोग आज भी मूलभूत सुविधा से वंचित नजर आ रहे है।


ये है मामला
गौरतलब है कि पोंडी गांव आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है यहाँ करीब 8 से 9 सौ लोग निवासरत है लेकिन यहाँ के लोग अभी भी सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधा को लेकर परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दो हैण्डपम्प लगे है जिसमे एक ही नल से साफ पानी निकलता है जिससे पूरे मोहल्ले का निस्तार होता है। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग सुबह से पानी के लिए लम्बी दूरी तय कर लाइन लगा लेते है घंटो इंतजार के बाद पेयजल मिल पाता है।बताया गया है कि बीते करीब तीन साल पूर्व ग्राम पंचायत की तरफ से नल जल योजना के तहत बोरिंग कराई गई थी लेकिन बीते एक साल से वह भी बंद पड़ी हुई है लेकिन उसके सुधार के लिए न तो जनप्रतिनिधि सामने आ रहे न ही अधिकारी ? बताया गया है कि पेयजल समस्या को लेकर स्थानीय प्रशासन सहित जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के पास हम लोग गए लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है अब तक समस्या का समाधान नही हो सका।


सड़क की समस्या से परेशान क्षेत्रवासी
पोंडी गांव के पनिका मोहल्ला में निवासरत लोगो ने बताया कि हम लोग बरसात में बेहद परेशान होते है लेकिन हमारी समस्या से जनीतिनिधियो को कोई सरोकार नही है। पनिका मोहल्ला के लोगो ने बताया कि बीते वर्षो हमारे मोहल्ले से टोला में सीमेंट रोड का निर्माण किया गया लेकिन हमारे मोहल्ले तक सड़क नही बनवाई गई जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है। बताया गया है कि सड़क न बनने से बरसात के दिनों में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो जाता है और बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते। इस सम्बंध में ग्रामीणों का कहना है बीते दिन क्षेत्रीय विधायक शिवनारायण सिंह गांव आये थे और सड़क निर्माण का वादा कर चले गए लेकिन अब तक सड़क निर्माण नही हुआ जबकि सड़क के समतलीकरण का अधूरा कार्य किया गया जो बरसात में पूर्व की तरह जस का तस हो गया है।


नही बना जोहिला का रपटा
गांव की महिलाओं ने पोंडी पाली मार्ग में बने जोहिला रपटा की समस्या का बखान करते हुए कहा कि उक्त रपटा से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन लगा रहता है। गांव के बच्चे पाली पढ़ने जाते है जो हाइडल खुलने के दौरान प्रभावित होते है। बताया गया है कि जब डेम का हाइडल खोला जाता है तब रपटा के ऊपर से पानी जाता है ऐसी अवस्था मे स्कूली बच्चों को डेम के ऊपर से कई किलोमीटर चक्कर लगाकर पाली जाना पड़ता है। बताया गया है इस समस्या से उबरने के लिए क्षेत्रीय सांसद ज्ञान सिंह व विधायक शिवनारायण सिंह से गोहार लगाई गई लेकिन आश्वाशन के अलावा अब तक उस रपटा को सुविधाजनक नही बनाया गया।
ग्रामीणों ने लगाया बैनर
गौरतलब है कि पटपरा ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले इस पोंडी गांव में यहाँ के रहवासियों ने चुनाव के माहौल में जगह जगह बैनर लगा रखा है। जिसमे उन्होंने लिखवाया है कि जल नही तो वोट नही,पानी दो फिर वोट लो,जो जल की बात करेगा वो पोंडी में राज करेगा…?
चुनाव का बहिष्कार
एक तरफ जिले के मुखिया व जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा शत प्रतिशत मतदान करने के लिए जन जागरूकता के तहत विभिन्न कार्यक्रम कर रहे है कि लोग अधिकाधिक अपने मतदान का प्रयोग करें तो दूसरी तरफ जिम्मेदार उनकी सोंच पर पानी फेरने का काम करते नजर आ रहे है। पोंडी गांव के लोगो ने कहा है कि यदि हमारी समस्या का जल्द समाधान नही होता तो हम लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित अधिकारियों की होगी।
*इनका कहना है*
पेयजल की जिम्मेदारी पीएचई विभाग की है सड़क का काम चुनाव के बाद ही सम्भव हो सकेगा।अभी क्या व्यवस्था हो सकती है उसके लिए मैं बात करता हूं। वहाँ का सरपंच बड़ा ढीला ढाला है।
आर के मंडावी सीईओ करकेली

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