लोकतंत्र को विधायक मंडी में बदल दिया है भाजपा ने : भूपेश बघेल
अमित शाह गोवा में विधायक ख़रीद रहे और रमन सिंह छत्तीसगढ़ में
15 साल में छवि ऐसी ख़राब हुई कि जीतने के लिए कांग्रेस की आस
भाजपा हर हाल में हार रही है, चाहे जो तिकड़म कर ले
रायपुर- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने रायपुर-जगदलपुर-बिलासपुर से एक साथ जारी बयान में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह की करतूतों से ज़ाहिर हो गया है कि इन दोनों ने ही लोकतंत्र को विधायक और प्रत्याशी खरीद फरोख़्त की मंडी में बदल दिया है। पूरे देश में विधायक ख़रीद फ़रोख्त कर चुके अमित शाह गोवा में कांग्रेस के दो विधायकों को ख़रीदते हैं। दूसरी ओर रमन सिंह के कहने पर कांग्रेस के एक विधायक रामदयाल उइके को खरीदा जाता है। रमन सिंह के ही कहने पर एक ढोंगी नकली बाबा कांग्रेस के एक और विधायक चिंतामणि महाराज को ख़रीदने की कोशिश करता है। यह भाजपा का सच है कि 15 वर्षों में उनके अपने नेताओं और विधायकों की छवि इतनी खराब हो चुकी है कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की ज़रूरत पड़ रही है। एक बात तय है कि भाजपा छत्तीसगढ़ में चुनाव हार रही है। चाहे वो जो तिकड़म कर लें, उनकी हार अब टल नहीं सकती।
अंतागढ़ के पापी हैं रमन सिंह
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि वर्ष 2014 में अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को सात करोड़, गाड़ी और बंगले का लालच देकर ख़रीद लिया गया था। रमन सिंह, उनके दामाद पुनीत गुप्ता, रमन सिंह के राजनीतिक सहयोगी अजीत जोगी और आपराधिक छवि वाले उनके बेटे अमित जोगी ने मिलकर अंतागढ़ का षडयंत्र रचा था। अंतागढ़ का षडयंत्र इसीलिए रचा गया था क्योंकि वहां भाजपा की हार होने वाली थी। अब भाजपा 2018 के विधानसभा चुनावों में हार सामने देखकर फिर वही करतूत दोहरा रही है। सबसे पहले कांग्रेस विधायक रामदयाल उइके का दलबदल कराया। कंबल वाले बाबा ऑडियो में साफ कहते है कि भाजपा ने दस करोड़ रुपए और मंत्रिपद का लालच देकर रामदयाल उइके को खरीदा। अब चिंतामणि महाराज को पैसों और मंत्रिपद का लालच देकर भाजपा में शामिल होने को कहा गया है।
गहिरा गुरु और छत्तीसगढ़ की आदिवासी चेतना का अपमान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि जिस चिंतामणि महाराज की खरीद-फरोख्त की कोशिश रमन सिंह ने कंबल वाले बाबा की है वे सबके आदरणीय गहिरा गुरु के सुपुत्र हैं। भाजपा ने जशपुर सरगुजा अंचल में बहुत बड़े सामाजिक आंदोलन चलाकर जन जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाले गहिरा गुरु का अपमान किया है। रमन सिंह के कहने पर की गई इस करतूत से सरगुजा संभाग ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की आदिवासी चेतना का अपमान हुआ है। एक सवाल यह है कि भाजपा की खरीद-फरोख्त की राजनीति के निशाने पर आदिवासी ही क्यों हैं? हमें यह भी जानकारी है कि बस्तर के बहुत से विधायकों को भी खरीदने की कोशिश की गई है. लेकिन कांग्रेस विधायक खरीदी अभियान को अभी तक बस्तर सरगुजा में कोई सफलता नहीं मिली। मैं बधाई देता हूं बस्तर और सरगुजा के कांग्रेसी विधायकों को जिन्होंने खरीद फरोख्त कि भाजपा की कोशिशों को ठुकरा कर न केवल बस्तर और सरगुजा बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की रक्षा की है। भाजपा की खरीद-फरोख्त की राजनीति का छत्तीसगढ़ की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी।
जांच ही नहीं होने देते रमन सिंह
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले की नार्को टेस्ट की रिपोर्ट से लेकर अंतागढ़ टेप और मंत्री राजेश मूणत की कथित सीडी में भाजपा के ही लोग संलिप्त रहे हैं। कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज को खरीदने की कोशिश वाले ऑडियो में भी यह स्पष्ट है की कंबल वाले बाबा ने यह हरकत मुख्यमंत्री रमन सिंह से सीधे चर्चा पर की है। सीधे-सीधे सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री की संलिप्तता हर मामले में उजागर हुई है। नार्को टेस्ट की रिपोर्ट में बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा मुख्यमंत्री रमन सिंह को दो करोड़देने की बात कहता है। लेकिन अदालत के आदेश पर करवाए गए नारको टेस्ट की रिपोर्ट आज तक राजधानी रायपुर के कोतवाली थाने में बरसों से रखी हुई है. उसे अदालत में प्रस्तुत नहीं किया गया। अंतागढ़ ख़रीदफ़रोख़्त के मामले में रमन सिंह, उनके दामाद पुनीत गुप्ता, उनके सहयोगी पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके विधायक बेटे अमित जोगी शामिल थे। हमने बार बार कहा कि जांच करवाइए लेकिन जांच नहीं हुई. हाईकोर्ट में भी रमन सिंह सरकार ने जांच का विरोध किया। मंत्री राजेश मूणत की कथित सीडी मामले में भी सीधे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय की संलिप्तता उजागर हो चुकी है। मंत्री राजेश मूणत के कथित सीडी मामले में यह भी स्पष्ट हुआ है कि रमन सिंह ने अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए अपने मंत्रियों की अश्लील सीडी बनवाने की घिनौनी हरकत की। रामदयाल उइके और भाजपा के सहयोगी राजनीतिक दल के नेता अजीत जोगी ने फोन में लगातार उइके के दल बदल के पहले बातचीत की थी. यह बात दोनों स्वीकार कर चुके हैं। रमन सिंह अनैतिक कार्य करत हैं और अजीत जोगी उसमें सहभागी बनते हैं। चूंकि वे दोनों इसमें फंसे हुए है इसीलिए किसी भी मामले की जांच नहीं होती। इतने गिरे हुए चाल चलन वाले रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता ने अब उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। छत्तीसगढ़ की जनता इस बार कांग्रेस के पक्ष में मतदान करके भाजपा और भाजपा के सहयोगी दलों के द्वारा चलाए जा रहे खरीद-फरोख्त के कुचक्र और षड्यंत्र को तोड़ेगी। हमारा वादा है कि सरकार बनते ही सारे ऑडिओ की न्यायाधीश की देखरेख में निष्पक्ष जांच होगी और लोकतंत्र में अपराधियों को सजा मिलेगी।