भू-राजस्व संशोधन की नीति में बदलाव प्रेमप्रकाश पांडेय कार्यकाल का काला अध्याय:धनंजय सिंह ठाकुर
असफल राजस्व मंत्री है प्रेमप्रकाश पांडेय, गरीबो के प्लाट का नही होने दिये नामांतरण
अपने और अपनों को विकसित करने में ही लगे रहे प्रेम प्रकाश पांडेय
रायपुर, राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे पर तीखा हमला करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने उनके कार्यकाल को असफल और गरीबों के लिए हताशा से परिपूर्ण बताया। प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति के जल, जंगल, जमीन पर कब्जा करने के नियत से भू-राजस्व संशोधन की नीति में बदलाव कर विधेयक लाना और सदन में भाजपा के क्रूर बहुमत के दम पर पास कराना राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के कार्यकाल का काला अध्याय है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के 46 प्रतिशत बेरोजगारों को रोजगार मिलने वाले बयान को झूठा आधारहीन और गुमराह करने वाला बताया और आरोप लगाया कि केन्द्र की मोदी सरकार ने प्रतिवर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था और छत्तीसगढ़ में लगभग 50 लाख से अधिक युवा बेरोजगार है। बेरोजगारी के वास्तविक आंकड़ों को छुपाकर भारतीय जनता पार्टी भ्रम पैदा कर रही है, हकीकत में छत्तीसगढ़ में युवाओं के हाथ में रोजगार नहीं है और बल्कि मोदी सरकार बनने के बाद जिनके हाथ में पहले नौकरीया, स्वरोजगार था वह भी नोटबंदी और जीएसटी जैसे मोदी की व्यापार विरोधी नीतियों के कारण आज बेरोजगारी के दौर से गुजर रहे है। पढ़े-लिखे युवाओं को पकौड़ा तलने, पंचर बनाने की सलाह देने वाले भारतीय जनता पार्टी रोजगार उपलब्ध कराने में पूरी तरह से नाकाम है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रेम प्रकाश पांडे खुद के कार्यकाल को आत्म प्रशंसा कर सफल साबित घोषित कर अपनी पीठ अपने हाथों से थपथपा रहे। जबकि हकीकत यह है कि छत्तीसगढ़ में राजस्व मंत्री के रूप में प्रेम प्रकाश पांडे बेहद विफल मंत्री सिद्ध हुए हैं। सबका साथ सबका विकास के नारा के बजाय प्रेम प्रकाश पांडे ने अपने और अपनों के विकास के लिए ज्यादा काम किए हैं। प्रेम प्रकाश पांडे के कार्यकाल में गरीबों के छोटे-छोटे प्लाटों का नामांतरण नहीं हो पाया, जिसके कारण कई परिवार अपने रहने के लिये छत भी नहीं बना पाए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि अनुसूचित जाति, जनजातियों के जमीनों पर हो रहे कब्जा रोकने के लिये प्रभावी कदम उठा पाने में राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे नाकाम रहे हैं। रायगढ़ जिले में हुई कोटवारी जमीन घोटाला, जलकी जमीन घोटाला, मंत्री के भाई के द्वारा सड़क पर कब्जा करना, ग्राम नुनेरा की सरकारी निस्तारी जमीन घोटाला, समोदा बैराज घोटाला, बलरामपुर जिले के ग्राम इंदरपुर में आदिवासियों के ढाई सौ एकड़ जमीन घोटाला, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चांपा जिले में आदिवासियों की जमीन को जबरिया कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रेम प्रकाश पांडे अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाकर अपना नंबर बढ़ाने में लगे हुए हैं और जनता राजस्व मंत्री के कार्यकाल में त्रस्त, भयभीत और परेशान रही हैं।