कैट प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य आयकर आयुक्त से की मुलाकात
रायपुर, राज्य में आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए पुलिस एवं आयकर विभाग द्वारा राज्य में जगह जगह व्यापारियों एवं आम जनों की चेकिंग की जा रही हैं। जिसमें 50 हजार रूपये से अधिक कैष होने पर पुलिस विभाग द्वारा कार्यवाही की जायेगीं और 10 लाख रूपये से अधिक कैष होने पर मामला आयकर विभाग को सौपा जायेगा। नवरात्रि एवं दीवाली त्यौहार सीजन में कैश का लेन-देन बड़ जाता है, जिससे व्यापारी हड़बड़ाये हुए है कि हम व्यापारी अपने व्यापार में लेन देन कैसे करें, क्योंकि ऐसा करने से व्यापारियों के व्यापार के साथ-साथ अर्थ व्यवस्था पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कैट सी.जी. चैप्टर ने मुख्य आयकर आयुक्त एस.एस.एस.बी.राय एवं प्रिंसीपल सी.आई.टी. 1 सुरेष कुमार सिंग से मुलाकात कर आगामी विधान सभा चुनाव के मद्दे नजर आयकर विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही से अवगत कराया, साथ-साथ इससे व्यापारियां को होने वाली असुविधा एवं व्यापार व्यवसाय पर पडऩे वाले प्रतिकुल प्रभाव से भी अवगत कराया ।
आयुक्त से दस लाख रूपये से ज्यादा कैश लेकर पर्याप्त दस्तावेजी प्रमाण होने पर कोई विभागीय कार्यवाही नहीं करने का उचित दिश्सा-निर्देश जारी करने की मांग की गई। इस पर मुख्य आयकर आयुक्त एस.एस.एस.बी. राय ने आश्वासन दिया कि व्यापारियों के लिए आयकर विभाग को उचित निर्देष दिये जायेंगें। कि अगर व्यापारी अपने पास रखे हुए कैष के साथ संबधित आवष्यक दस्तावेज रखते तो आयकर विभाग द्वारा व्यापारी के विरूद्व किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही की जायेगी।
मुख्य आयकर आयुक्त एस.एस.एस.बी. राय से मुलाकात में कैट सी.जी. चैप्टर का एक प्रतिनिधि मंड़ल शामिल था जिसमें मुख्य रूप (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, प्रदेष महामंत्री जितेन्द्र दोषी, प्रदेश् कार्यकारी महामंत्री परमानन्द जैन, प्रदेष कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, एवं प्रवक्ता राजकुमार राठी शामिल थे।