लोक सेवा केंद्र भैयाथान में बिना रिश्वतखोरी के नही होता कोई काम
– तहसील कार्यालय से आय, जाति, निवास के आवेदनों का बिना कोई कारण वापस करना बन गया है नियम
जोगी एक्सप्रेस
ब्यूरो अजय तिवारी
सूरजपुर/भैयाथान – जिले का तहसील कार्यालय भैयाथान इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। जहां आय, जाति और निवास के आवेदनों को बिना किसी कारण के ही वापस किया जा रहा है। इसकी शिकायत सीएससी संचालकों द्वारा एसडीएम से की गयी है जिसकारण इन संचालकों को लगातार परेशान किया जा रहा है। विदित हो कि क्षेत्रीय आम जनों को स्थानीय स्तर पर आय, जाती,निवास इत्यादि शासकीय सेवाओं को प्रदान किए जाने के उद्देश्य से शासन द्वारा सामान्य सेवा केन्द्रों की स्थापना की गई है। जहां आमजन सुविधा की दृष्टि से आय, जाति और निवास के आवेदन लिए जाते हैं। जिसे आनलाइन आवेदन किया जाता है। वहीं इन आवेदनों को तहसील कार्यालय भैयाथान से बिना सिर पैर के कारण बताकर लगातार वापस किया जा रहा है। इतना ही नहीं लोक सेवा केन्द्र में नियुक्त कर्मचारियों द्वारा आवेदनों को स्वीकृत करने के लिए सीएससी संचालकों से राशि की मांग भी की जाती है। वहीं सीएससी संचालकों द्वारा इसकी शिकायत ईडीएम विनीत साहू से किए जाने के बावजूद भी कोई सार्थक हल नहीं निकल पाया है।सूत्रों से प्रॉप्त जानकारी के अनुसार भैयाथान तहसील में रीडर की आईडी को लोक सेवा केन्द्र भैयाथान और भटगांव दोनों ही स्थानों के लोक सेवा केन्द्र के आपरेटरों द्वारा आॅपरेट किया जाता है साथ ही तहसीलदार एवं एसडीएम का डिजिटल हस्ताक्षर भी इन्हीं के द्वारा आॅपरेट किया जाता है। जिसके कारण लोक सेवा केन्द्र के कर्मचारियों की मनमानी चरम पर है। वहीं जब इन संचालको से इस संबंध में बात की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि तहसीलदार एवं एसडीएम द्वारा ही आवेदनों को वापस किया जा रहा है। ज्ञात हो की पिछले दिनों इन आॅपरेटरों के द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर को आॅपरेट करने के कारण ही एक डिजिटल मशीन चोरी भी हो गयी थी जिसके कारण कई महीनों तक आय, जाति और निवास के आवेदन लंबित पड़े हुए थे। वही अगर देखा जाए तो यह स्पष्ट होता है कि लोक सेवा केन्द्र भैयाथान और सम्बंधित जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत के कारण ही आवेदनों को वापस किया जा रहा है। नायब तहसीलदार छाया अग्रवाल जब तक भैयाथान में रहीं तब तक सीएससी संचालकों को किसी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं हो रही थी लेकिन उनके जाने के बाद ही तहसील कार्यालय से आवेदनों को लगातार वापस किया जा रहा है। तहसील कार्यालय भैयाथान में उपस्थित स्थानीय ग्रामीणों ने बताया लोक सेवा संचालको द्वारा बी वन का स्पष्ट न दिखना और मूल अभिलेख के साथ उपस्थित होने का प्रमुख रूप से कारण बताया जाता है और कभी कभार तो ऐसे कारण भी बता दिए जाते हैं जिनका आवेदन से कोई संबंध भी नहीं रहता है।
सीएससी से भैयाथान के लोक सेवा केन्द्र के एकाधिकार को खतरा भी एक मुख्य कारण
सीएससी की स्थापना ग्राम पंचायतों में करने से जनपद के लोक सेवा केन्द्रों में बैठे कर्मचारियों सहित अधिकारियो की काली कमाई प्रभावित हो रही है जिस कारण अपना एकाधिकार बचाए रखने आय, जाति और निवास के आवेदनों को लगातार वापस किया जा रहा है कि आवेदक जब चक्कर लगाते लगाते थक जायेगा तब इनके मन मुताबित चढ़ोत्तरी देकर अपना आय ,जाती, निवास बनवाने में सफल होगा।
सिर्फ दिखावे के लिए रह गया है चस्पा किया गया नोटिस
स्थानीय लोगो का तो यहां तक कहना है कि तहसील कार्यलय के दीवाल पर सुचना तो बड़े अक्षरों में चिपका दिया गया है कि आय जाती खसरा नक्शा बी-01 से सम्बंधित आवेदन के लिए सीधे लोक सेवा केंद्र से कक्ष क्रमांक 07 में सम्पर्क करे अन्य किसी व्यक्ति से सम्पर्क न करे अन्य किसी व्यक्ति द्वारा आवेदन नही लिया जायेगा लेकिन यह सिर्फ दिखावे मात्र का ही साबित हो रहा है क्योंकि इस सुचना के चस्पा होने के बावजूद भी बिना कोई पंजीयन के व्यक्ति तहसील कार्यालय में टेबल कुर्सी लगाकर बैठे है जिनका एक मुख्य काम ही है की दूर दराज से आये ग्रामीणों को अपने झांसे में लेकर लूटना ।इनके द्वारा आय ,जाती ,निवास ,नक्शा, आदि उपलब्ध कराने के नाम पर 200 सौ से 300 सौ रूपये लिया जाता है ।उनका तो यहां तक कहना है कि कोई ग्रामीण तहसील कार्यालय के गेट में जैसे ही प्रवेश करता है कि टेबल कुर्सी लगाकर बैठे बिना लाइसेंस धारी व्यक्ति उस पर टूट पड़ते है जैसे की उनको कुबेर का भंडार ही मिल गया है।
* इस संबंध में शिकायत मिलने पर मेरे द्वारा अनधिकृत रूप से टेबल कुर्सी लगाकर बैठे व्यक्तियों को कार्यालय से बाहर भी किया गया था जिसके बाद से लगातार मेरे द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है तथा लोक सेवा केंद्र के कर्मचारियों से सम्बंधित कोई भी शिकायत है तो आवेदक कार्यालय में मुझसे सीधे सम्पर्क कर शिकायत कर सकते है मेरे द्वारा सबंधित के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जायेगी ।
प्रियंका वर्मा
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)
भैयाथान