लखनऊ | उत्तर प्रदेश में स्वच्छता को लेकर सफाई अभियान की मुहीम हर जगह चलाकर सफाई के प्रति लोगो को जागरूक किया जा रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को स्वच्छ बनाने में कड़े निर्देश दिए है सफाई की इस मुहीम में मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथो में झाड़ू उठाकर हर अधिकारी,सफाई कर्मचारी व आम नागरिक में जागरूकता दिखाई है उसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आज भी कूड़े के ढ़ेर पर है, जिसके चलते लखनऊ शहर की जनता को आये दिन गन्दगी से होने वाली गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ता है आम नागरिक जो कि गन्दगी से होने वाली तमाम तरह की बीमारियों का शिकार है जैसे डेंगू, चिकन गुनिया, मलेरिया और टायफाइड जैसी घातक व जानलेवा बीमारियां कूड़े के ढ़ेर में होने वाली गन्दगी के कारण ही उत्पन्न होती है | लेकिन लखनऊ शहर के जगदीस चन्द्र बोस वार्ड के अंतर्गत कैन्ट रोड इमा थॉमसन स्कूल की दीवार के सामने कई वर्षों से ये कूड़ा खाना मौजूद है जिससे वहां के रहने वाले आम नागरिक, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और अभिभावक को कूड़े में होने वाली गन्दगी से तमाम तरह की परेशानियों व जानलेवा बीमारियों का हर रोज सामना करना पड़ता है लेकिन उस क्षेत्र के विधायक और वार्ड के पार्षद ने अपनी ज़िम्मेदारीे के प्रति जनता की गंभीर समस्या को कभी दूर करने की कोशिश नही की, जबकि जनता ने उन्हें अपना मत देकर जन प्रतिनिधि बनाया और उन्होंने ही जनता को नजर अंदाज किया |
काश ! कि गन्दगी से होने वाले नुक्सान और घातक बीमारियों से मानव समाज को बचाने ले लिए सरकार और जन प्रतिनिधि ऐसे क्रांतिकारी कदम उठायें जिससे कि गन्दगी के साथ साथ गन्दगी से होने वाले रोगों का स्थाई समाधान हो सके |