भाजपा नेताओं की बुद्धि आरएसएस मुख्यालय में गिरवी – सुशील आनंद शुक्ला
रायपुर/ प्रदेश भाजपाध्यक्ष धरमलाल कौशिक और भाजपा प्रवक्ता द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के सम्बध में दिए गए बयान पर कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओं की बुद्धि आरएसएस मुख्यालय नागपुर में गिरवी रखी हुई है, इसीलिए देश की सत्तारूढ पार्टी के कार्यकर्ता होने के बावजूद भाजपाइयों की सोचने समझने की शक्ति समाप्त हो चुकी है। भाजपाई उतना ही सोच समझ पाते है जितना कि आरएसएस उन्हें सोचने समझने को कहती है। आरएसएस की प्रवृत्ति शुरू से ही विघटनकारी और देश की गंगा जमुनी संस्कृति को नष्ट करने वाली रही है। इस संगठन का उद्देश्य देश भक्ति का पाखंड कर लोगो मे भ्रम और विद्वेष फैला कर सिर्फ अपने और अपने अनुशांगिक संगठनों के हित संवर्धन करना मात्र है। आरएसएस की देश भक्ति पर सवाल आजादी की लड़ाई के समय से ही उठते रहे हैं। देश को आजादी 1947 में मिली। आरएसएस के मूल संगठन हिन्दू महासभा का गठन 1922 में हुआ। इन 25 वर्षो में इसने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नही दिया सिवाय अंग्रेजों की पैरोकारी करने के। चाटुकारिता में आरएसएस को देश भक्तो का संगठन बताने वाले भाजपाई बताये की देश की आजादी की लड़ाई में इस तथाकथित देश भक्तो के संगठन से कितने लोगों ने हिस्सा लिया था ? कितने लोग जेल गए थे ?कब कब इस संगठन ने अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था ? कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने कहा आजादी के बाद से ही जब कांग्रेस की सरकारें देश के नवनिर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जुटाने के साथ विश्व के मानचित्र पर भारत को मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित के लिए जी तोड़ मेहनत करती रही तब दशकों से इस संगठन पर देश धर्म जाति सम्प्रदाय फिरकापरस्ती के आधार पर बांटने का आरोप लगता रहा है। देश के पहले गृहमंत्री वल्लभभाई पटेल से ले कर अनेक सरकारों ने इसीलिए इस संगठन पर समय समय पर प्रतिबंध भी लगाया था ।