बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने ली रेल अधिकारियों की बैठक
रेल्वे के संपर्क में आने वाले बच्चों को सर्वोत्तम सुरक्षा एवं संरक्षण
प्रदान करने रेल्वे SOP के तहत करे कार्यवाही
रायपुर रेल्वे के संपर्क में आने वाले बच्चों की सर्वोत्तम सुरक्षा सुनिश्चित करने व भटके हुए बच्चों के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करने आज यहां छ.ग. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे की अध्यक्षता में रायपुर एवं बिलासपुर रेल मंडलों के उच्चाधिकारियों की महत्त्वपूर्ण बैठक आयोग कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में आयोग द्वारा भारत सरकार रेल मंत्रालय द्वारा बाल अधिकारों के प्रभावी संरक्षण एवं सर्वोत्तम हित मे जारी मानक प्रचलन प्रक्रिया (SOP) की बिंदुवार समीक्षा की गई। आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने अधिकारियों से कहा कि रेल परिसरों एवं रेलों में यात्रा करने वाले बच्चों के साथ बाल तस्करीए बाल भिक्षावृत्ति छेड़छाड़ एवं बाल नशावृत्ति तथा मार्ग से भटके जाने की घटनाएं अक्सर समाचारों में प्रकाशित होती रहती है, जिससे आयोग बेहद चिंतित है। इस प्रकार की घटनाओं में रोक लगाने रेल विभाग मानक प्रचलन प्रक्रिया अनुरूप प्रचार-प्रसार जन जागरूकता के माध्यम से मानकों के अनुरूप कार्य करें, जिससे होने वाली घटनाओं की पूर्ण रोकथाम की जा सके। श्रीमती दुबे ने बैठक में रायपुर एवं बिलासपुर रेल मंडलों के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों में बच्चों की सुरक्षा से संबंधित सभी निर्देशों का पालन करने के साथ ही चाइल्ड हेल्प डेस्क की स्थापना करने के भी निर्देश दिये। श्रीमती दुबे ने आगामी दिनों में सभी स्टेक होल्डर्स जिसमें रेल्वे के अधिकारी.कर्मचारी वेंडर्स पोर्टर आदि को प्रशिक्षण देने के अलावा प्रतिमाह मानक प्रचलन प्रक्रिया ;ैव्च्द्ध की रिपोर्ट भेजने तथा रेल परिसरों एवं रेलों में बाल कल्याण समिति बाल संरक्षण अधिकारी एवं आयोग के हेल्पलाइन नम्बरों को चस्पा करने के भी निर्देश दिये। बैठक में आयोग के सदस्य सुश्री टी.आर.श्यामा, श्रीमती इंदिरा जैन, श्रीमती मीनाक्षी तोमर, सचिव श्री नंदलाल चौधरी एवं रायपुर एवं बिलासपुर रेल मंडल के अधिकारी श्री शानमुगा वादिवेल, श्री आर चिन्नादुरै, श्री मनीष हाती उपस्थित थे।