1 सितंबर से डाकियों के जरिए गांव के लोग उठाएंगे बैंकिंग सुविधाओं का लाभ
नई दिल्ली। अगले महीने की पहली तारीख से देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब और पिछड़े भी डाकियों के जरिए बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 650 शाखाओं और 3250 एक्सेस प्वाइंट के साथ इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की सेवाओं का उद्घाटन करेंगे। सरकार ने इस सेवा के तहत काम करने वाले ग्रामीण डाकियों को कमीशन देने और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की लागत में 635 करोड़ रुपये की वृद्धि के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी।’आपका बैंक आपके द्वार’ मिशन के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक पूरे देश में घर घर बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने में सक्षम होगा। संचारमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि आइपीपीबी के लिए अलग तकनालॉजी ढांचे एवं अतिरिक्त मानव संसाधन के कारण इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) की लागत को 80 फीसद बढ़ाकर 800 करोड़ रुपये से 1435 करोड़ रुपये कर दिया गया है।उन्होंने कहा कि आइपीपीबी के तहत गांव के लोगों को बचत खाता चालू खाता, मनी ट्रांसफर तथा प्रत्यक्ष लाभांतरण के अलावा बिल, यूटिलिटी एवं व्यापारिक भुगतान जैसी अनेक सेवाएं प्राप्त होंगी। दिल्ली के साथ साथ राज्यों में राजधानी और जिला केंद्रों में 650 शाखाओं में इसका राष्ट्रव्यापी आगाज होगा।सिन्हा के अनुसार ‘यह आम आदमी के लिहाज से देश का सबसे आसान, किफायती तथा भरोसेमंद बैंक होगा। इससे बैंकों की पहंुच से दूर बनी हुई आबादी अथवा उन लोगों को लाभ होगा जिन्हें कभी-कभार बैंकिंग सेवा प्राप्त होती है। ‘अनपढ़ से अनपढ़ व्यक्ति भी इस प्रणाली का आसानी से उपयोग कर सकता है। इसमें खाताधारक को अपना खाता अथवा पिन नंबर आदि याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सारा लेन-देन केवल क्यूआर कार्ड को पीओएस मशीन में डालने और अंगुली रखने मात्र से हो जाएगा।’