मातृृभूमि की रक्षा के लिए वीरागंना महारानी दुर्गावती का बलिदान हमें युगों-युगों तक देता रहेगा प्रेरणा: डॉ. रमन सिंह
रायपुर के गोंडवाना समाज के भवन में शेड निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए की स्वीकृति की घोषणा
मुख्यमंत्री ने बलिदान दिवस पर वीरागंना महारानी दुर्गावती को अर्पित की विनम्र श्रद्धाजंलि
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज वीरांगना महारानी दुर्गावती के शहादत दिवस पर राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब के पास केनाल रोड पर स्थित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ भूमि और स्वाभिमान की रक्षा के लिए वीरांगना महारानी दुर्गावती का बलिदान हमें युगों-युगों तक प्रेरणा देता रहेगा। वीरांगना महारानी दुर्गावती महिला सशक्तिकरण और महिला जागृति का प्रतीक है। उन्होंने पिछड़े क्षेत्र में गोंड समाज को जागृत किया और तत्कालीन समय में अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए सशक्त नेतृत्व प्रदान करते हुए अपने प्राणों का बलिदान किया। अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग एवं छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने की।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि वीरांगना महारानी दुर्गावती गोंडवाना समाज सहित पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राजधानी रायपुर में गोंडवाना समाज के नवनिर्मित भवन में स्थायी शेड निर्माण के लिए एक करोड़ रूपए की मंजूरी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस शेड निर्माण के लिए तत्काल स्वीकृति दी जाती है। इस शेड के बनने से गोंडवाना समाज के भवन में सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों में सुविधा होगी।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष जी.आर. राना, उपाध्यक्ष श्री विकास मरकाम, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव सहित आदिमजाति विकास विभाग के संचालक श्री जी.आर. चुरेंद्र, अनेक जन प्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी और प्रबुद्ध नागरिक इस अवसर पर उपस्थित थे।