जिला योजना समितियों के लिए कार्यशाला आयोजित : स्थानीय जरूरतों के अनुरूप योजनाओं को चिन्हांकित किया जाए: श्री चंद्रशेखर साहू
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग द्वारा आज राजधानी रायपुर के नजदीक ग्राम निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल सिंह पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में बस्तर संभाग की जिला योजना समितियों के सदस्यों की क्षमता बढ़ाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर साहू ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने उदबोधन में कहा-सतत विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर जिला योजना समितियों के सदस्यों को अपने-अपने कार्य क्षेत्र में और विशेष रूप से वन क्षेत्रों में स्थानीय जनता की जरूरतों के अनुरूप संभावित योजनाओं को चिन्हांकित करना चाहिए । उन्हें यह प्रयास करना चाहिए कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को उन योजनाओं का फायदा पहुंचे। श्री साहू ने गांवों में गरीबी उन्मूलन के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी बल दिया। राज्य सहकारी निर्वाचन आयुक्त और प्रदेश सरकार के पूर्व अपर मुख्य सचिव श्री डी.एस. मिश्रा ने भी कार्यशाला के शुभारंभ सत्र को सम्बोधित किया।
श्री मिश्रा ने कहा कि जिला योजना समितियों के सदस्यों का पद भी संवैधानिक पद है। इसलिए उन्हें आम जनता की व्यापक हित में संविधान प्रदत्त अधिकारों का पूरा उपयोग करना चाहिए। राज्य योजना आयोग के सदस्य श्री पी.पी. सोती ने भी सदस्यों को सम्बोधित किया। इस मौके पर राज्य ग्रामीण विकास संस्थान के संकाय सदस्य डॉ. अशोक कुमार जायसवाल, राज्य योजना आयोग के संयुक्त संचालक डॉ. डी.के. मस्ता, सलाहकार श्री ऋषिराज शर्मा और सहायक संचालक श्री मुक्तेश्वर सिंह ने सदस्यों के समक्ष विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया।
उल्लेखनीय है कि राज्य योजना आयोग द्वारा प्रदेश की सभी 27 जिला योजना समितियों को और भी अधिक मजबूत बनाने के लिए सुद्ढ़ीकरण कार्यक्रम के तहत राजस्व संभागवार कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में 25 जून को सरगुजा, 27 जून को बिलासपुर, 29 जून को दुर्ग, दो जुलाई को रायपुर संभाग की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।