वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार स्वर्गीय श्री प्रभाकर चौबे को अश्रुपूरित माहौल में अंतिम बिदाई
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल सहित समाज के सभी वर्गों और संगठनों के लोगों, साहित्यकारों-पत्रकारों ने दी विनम्र श्रद्धांजलि
रायपुर, महानदी के उदगम स्थल सिहावा में जन्में छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र, वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार स्वर्गीय श्री प्रभाकर चौबे को आज राजधानी रायपुर के मारवाड़ी श्मशान घाट में अश्रुपूरित माहौल में अंतिम बिदाई दी गयी। ज्ञातव्य है कि श्री चौबे का कल शाम यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। वे 84 वर्ष के थे। उन्होंने अपने जीवन के लगभग छह दशक साहित्य और पत्रकारिता को दिए।
उनकी अंतिम यात्रा आज सवेरे यहां रोहिणीपुरम स्थित उनके निवास से निकली। मारवाड़ी श्मशान घाट में अंत्येष्टि के बाद आयोजित शोक सभा में दिवंगत आत्मा के सम्मान में दो मिनट का मौन रखकर विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर प्रदेश के कृषि और जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार, दैनिक देशबंधु पत्र समूह के प्रधान सम्पादक श्री ललित सुरजन और पूर्व विधायक श्री रमेश वर्ल्यानी सहित अनेक प्रबुद्ध नागरिकों, पत्रकारों और साहित्यकारों ने स्वर्गीय श्री प्रभाकर चौबे के साथ अपने वर्षाें पुराने संबंधों को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विचारों में विभिन्नता के बावजूद स्वर्गीय श्री प्रभाकर चौबे ने सभी लोगों को अपना स्नेह दिया। श्री अग्रवाल ने कहा – स्वर्गीय चौबे मेरे लिए तो एक अभिभावक की तरह थे। साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके सुदीर्घ योगदान को हम सब हमेशा याद रखेंगे।
इस अवसर पर नगर निगम रायपुर के पूर्व महापौर श्री सुनील सोनी, राज्य वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र पाण्डेय, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति प्रो. एस.के. पाण्डेय और छत्तीसगढ़ हिन्दी ग्रंथ अकादमी के निदेशक श्री शशांक शर्मा सहित समाज के विभिन्न वर्गोंें और संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों, सामाजिक – सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं, साहित्यकारों, पत्रकारों और प्रबुद्ध नागरिकों ने स्वर्गीय श्री प्रभाकर चौबे के सुपुत्र द्वय श्री जीवेश प्रभाकर और श्री आलोक चौबे से मिलकर उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।