झूठ बोल रहे हैं रमन सिंह, किसानों को जो कुछ मिला कांग्रेस के दबाव में मिला : कांग्रेस
सरकारी योजनाएं भाजपा/आरएसएस के पैसे से नहीं चल रही हैं, सबको लाभ लेने का हक़ है
रायपुर- कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह सार्वजनिक मंचों पर लगातार झूठ बोल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू और वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर ने कहा है कि धान के बोनस से लेकर तमाम जनहित की योजनाओं का लाभ जनता को कांग्रेस के दबाव के बाद ही मिल रहा है। दोनों नेताओं ने कहा है कि रमन सिंह इस बात का तंज़ करना बंद करें कि कांग्रेस के लोग सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं क्योंकि यह भारतीय जनता पार्टी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पैसों से नहीं चल रही है, यह जनता के पैसों से चल रही योजनाएं हैं और इसका लाभ लेना हर नागरिक का हक है।
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह को याद रखना चाहिए कि उनकी सरकार ने दाना-दाना धान खरीदी का वादा करके उसे तोड़ा फिर प्रति एकड़ दस क्विंटल धान खरीदी का फ़ैसला किया था। कांग्रेस के आंदोलन की वजह से ही प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदी का फ़ैसला किया गया। उन्होंने कहा है कि हर साल बोनस देने का वादा भी अगर आखिरी के दो साल में हुआ है तो इसलिए कि कांग्रेस ने किसानों के साथ मिलकर इसके लिए दबाव बनाया। अगर रमन सिंह जी की नीयत ठीक होती तो वे किसानों को हर साल बोनस दे रहे होते और वादे के अनुरूप 2100 रुपए समर्थन मूल्य दे रहे होते।
बयान में कहा गया है कि एक रूपए प्रति किलो चावल का जहां तक सवाल है तो यह कांग्रेस की केंद्र में यूपीए सरकार के खाद्य सुरक्षा अधिनियमत के तहत दिया जा रहा है। कांग्रेस के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने वर्ष 2013 में खाद्य सुरक्षा कानून लागू कर देश की दो तिहाई जनता को रियायती दरों में खाद्य प्राप्त करने का कानूनी अधिकार प्रदान किया है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के 75 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्रों के 50 प्रतिशत लोगो को इस का लाभ 2013 से निरंतर मिल रहा है। अब डॉ. रमन सिंह खुद भी चाहे तो भी 1 रू. किलो वाला चांवल बंद नहीं कर सकते क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता को कांग्रेस की केन्द्र सरकार ने 2013 से कानूनी अधिकार दिया है। रमन सिंह यह क्यों नहीं बताते कि चावल के साथ दाल, दलहन और अन्य सामग्री देने का जो प्रावधान कानून में है, उसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है?
दोनों नेताओं ने कहा है कि अपनी विकास यात्रा के दौरान सार्वजनिक मंचों से मुख्यमंत्री लगातार कह रहे हैं कि पिछले साठ वर्षों में ग़रीबी दूर नहीं हुई। तो इसका सच यह है कि इन साठ वर्षों में से 22 बरस तो उनकी पार्टी की या उनकी पार्टी के समर्थन से चलने वाली सरकारें रही हैं, इनमें से 15 बरस उनके खुद के हैं और वे यह क्यों नहीं बता रहे हैं कि गरीबी दूर करने में उनका योगदान यह है कि प्रदेश में गरीबों की संख्या 37 प्रतिशत से बढ़कर 39.9 प्रतिशत हो गई और 18 प्रतिशत झुग्गियों के साथ राज्य झुग्गियों के मामले में देश में पहले नंबर पर पहुंच गया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस की ट्रेनिंग ही यह होती है कि हिटलर के सलाहकार गोयबल्स की तरह एक झूठ को सौ बार बोलो तो सच हो जाता है। लेकिन इस बार जनता गोयबल्स नीति को पहचान चुकी है और किसी झांसे में नहीं आने वाली है।