गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ में छत्तीसगढ़ को सर्वाधिक खरीद करने वाले राज्य का पुरस्कार
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अजय सिंह ने लिया राज्य सरकार की ओर से पुरस्कार
रायपुर, शासकीय खरीदी में पारदर्शिता लाने और कम दामों पर बेहतर गुणवत्ता की सामग्री क्रय करने के प्लेटफार्म के रूप में केन्द्र सरकार द्वारा विकसित गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ ने छत्तीसगढ़ को सर्वाधिक खरीद करने वाले राज्य के पुरस्कार से सम्मानित किया है। छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार आज नई दिल्ली में आयोजित केन्द्र और राज्यों की राष्ट्रीय वर्कशाप में दिया गया। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने यह पुरस्कार राष्ट्रीय गुणवत्ता परिषद के अध्यक्ष श्री आदिल जैनुल भाई और वाणिज्य सचिव सुश्री रीता तेवतिया से प्राप्त किया।
छत्तीसगढ़ को यह सम्मान गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ के माध्यम से छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग द्वारा 15 करोड़ से अधिक की खरीदी के लिए प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ ने गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ के माध्यम से कुल 391 करोड़ रूपये की खरीदी की है। गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस और ‘जेम’ के माध्यम से खरीदी करने से 47 करोड़ रूपये की बचत भी हुई है।
वर्कशाप को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री अजय सिंह ने बताया कि शासकीय खरीद की इस नयी प्रक्रिया के माध्यम से खरीदी प्रक्रिया में तेजी , उच्च गुणवत्ता की सामग्री और खरीदी में गड़बडि़यों को कम करने में सफलता हासिल हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के अपने अनुभव के माध्यम से बताया कि किस तरह राज्य के श्रम विभाग ने अत्यंत ही कम समय में बड़ी संख्या में साईकल और सिलाई मशीन जैसी वस्तुओं को गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ के माध्यम से पारदर्शी तरीके से खरीदने में सफलता हासिल की।
श्री अजय सिंह ने गवर्नमेंट ई मार्किट प्लेस ‘जेम’ को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव भी दिये। उन्होंने कहा कि रेटिंग के फ्रेमवर्क में तकनीकी मापदण्डों का उल्लेख करने, कस्टमर केयर सुविधा को और बेहतर करके और उपयुक्त टेगिंग व्यवस्था विकसित करने से यह व्यवस्था और बेहतर हो जायेगी। वर्कशाप में आवासीय आयुक्त श्री संजय ओझा, उद्योग विभाग के सचिव श्री कमलप्रीत सिंह, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री सुनील मिश्रा, विशेष सचिव श्री वी.के.छबलानी , विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।