रायपुरमुुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह द्वारा 3000 से कम आबादी वाले गांव में शराबबंदी की घोषणा पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने डाॅ. रमन सिंह से पूछा है कि इससे पूर्ण शराबबंदी कैसे सम्भव है ? यदि शराब सामाजिक बुराई है एवं लोगो को नारकीच जीवन की ओर ले जाता है तो पूरे प्रदेश में क्यों नहीं ? और यदि मुख्यमंत्री इसे नहीं मानते तो 3000 की जनसंख्या में शराबबंदी क्यों ?
जनता कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि वास्तविक्ता यह है कि डाॅ. रमन सिंह तो पूरे प्रदेश के एक-एक घर तक शासकीय शराब बेचना चाहते है किन्तु पिछले 12 दिनों में सरकार लाख जतन के बाद भी रायपुर शहर के शराब दुकानों में उपलब्ध नहीं करा पायी और शराब नहीं पहुंचने के कारण प्रदेश के अधिकतर शराब दुकाने बंद है। सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिये शराबबंदी का नाम दे रही है। जब प्रदेश के कोने -कोने से शासकीय शराब बिक्री के खिलाफ महिलाएं, युवा, बुध्दिजीवी वर्ग व मीडिया ने अवाज उठाई तब मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में चूर शराब बिक्री का ताल ठोक रहे थ,े जब अपनी स्वर्णिय योजना असफल हो रही है तो उसे शराबंबदी का नाम दे रहे है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि मुख्यमंत्री मां कौशल्या की धरती छत्तीसगढ़ का अपमान कर रहे है। जब दामाखेड़ा की पवित्र भूमि में कबीर पंथी संत पुज्नीय प्रकाश मुनि नाम साहेब ने झोली फैलाकर छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का अनुरोध किया तब उन्हे नकार दिया अब मुंगेर बिहार में स्वामी निरंजनानंद से मिलते ही उनकी अंतरआत्मा जाग गयी ? क्या डाॅ. रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की अपेक्षा बिहार की धरती से प्रेरणा अधिक मिलती है ?
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि मुख्यमंत्री शराबबंदी का स्वांग रच रहे है। इस लिये पूर्ण शराबबंदी राज्य बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार को जाकर 3 हजार की जनसंख्या के गांव में शराबबंदी की बात कह रहें है। क्या इससे रमन सिंह अपनी कमजोरी नितिश कुमार के सामने प्रदर्शित नहीं कर रहे ? छत्तीसगढ़ से संबंधित निर्णय क्या छत्तीसगढ़ की धरती में लेने में उन्हें गुरेज है ?
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने मुख्यमंत्री रमन सिंह को सलाह दी है कि शराबबंदी का निर्णय लेने के लिये मुंगेर (बिहार) जाने की आवश्यकता नहीं है डाॅ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ की संस्कृति व सभ्यता को आत्मसात कर अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर यहीं की भूमि पर पूर्ण शराबबंदी का निर्णय ले।