हमले में मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी सहित अन्य मांगें शामिल
जोगी एक्सप्रेस
सूरजपुर/प्रतापपुर :जनता कांग्रेस जोगी ने प्रतापपुर विधानसभा के प्रतापपुर और वाड्रफनगर विकासखंड के कई ग्राम जंगली हाथियों के आतंक् से लम्बे अर्शे से पीड़ित होने के बावजूद प्रदेश सरकार और प्रशासन पर उदासीन और गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए 21 अप्रैल को एसडीएम कार्यालय के घेराव का निर्णय लिया है| मुख्य सचिव और कलेक्टर के नाम प्रेषित ज्ञापन में हाथी क्वारिडोर,मुआवजा सहित अन्य कई मुद्दे उठाते हुए इनके निराकरण की मांग की है |
जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि प्रतापपुर विधानसभा के प्रतापपुर और वाड्रफनगर विकासखंड के कई ग्राम जंगली हाथियों के आतंक् से लम्बे समय से ग्रसित हैं,इनके द्वारा बड़े पैमाने पर जन धन की हानि पहुंचाई जा रही है,इतनी गम्भीर समस्या के बावजूद प्रदेश सरकार और प्रशासन का रवैया उदासीन और गैर जिम्मेदाराना है कोई सार्थक पहल न कर केवल वन कर्मियों के भरोसे पूरी समस्या को छोड़ दिया जा रहा है जबकि लगभग पन्द्रह वर्षों से ये क्षेत्र हाथियों का आतंक झेल रहे हैं ,इतने लम्बे समय में तो अब तक पूरी समस्या का ही निदान हो जाना चाहिए था | किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और आदिवासी परिवार को स्वयं ही हाथियों की समस्या से जूझना पड़ रहा है जिसमें उन्हें जन धन की हानि हो रही है |ग्रामीणों को इनसे निजात दिलाने शासन द्वारा कई वर्षों से सिर्फ बड़ी बड़ी बातें और झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं किन्तु सारी योजनायें सिर्फ कागजों तक ही सिमित हो कर रह गयी हैं जिससे ग्रामीणों को राहत नहीं मिल रहा है | ज्ञापन में उन्होंने मांग रखी कि ग्रामीण क्षेत्रों में विचरण कर जंगली हाथियों को एक सुरक्षित जगह में रखने कागजों में चल रहे हाथी क्वारिडोर जैसी योजनाओं को अस्तित्व में लाया जाए,हाथियों के हमले जन हानि होने पर पीड़ित परिवार को मुवावजा बढ़ाकर दस लाख रूपये दिया जाए व् पांच दिवस के भीतर भुगतान हो तथा पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए,फसल नुकसान पर प्रति एकड़ पैदावार के हिसाब से मुआवजा दिया जाए तथा राशि का भुगतान एक सप्ताह के भीतर हो,
घर तोड़े जाने पर तत्काल प्रधानमंत्री आवास जैसी आवासीय योजनाओं का लाभ दिया जाये,मुआवजा देने की प्रक्रिया आसान की जाए, नक्शा खसरा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया हटाई जाए क्योकि इस चक्कर में लोगों को समय पर व् वाजिब मुआवजा नहीं मिल पा रहा है,पीड़ितों को समय पर वाजिब मुआवजा दिलाने एक अलग टीम का गठन किया जाये जिसमें सक्षम लोग शामिल हों,हाथी प्रभावित क्षेत्रो के लिए ऐसी टीमों का गठन किया जाए जो हाथियों की निगरानी करे और जिस क्षेत्र में हाथी हों वहाँ के ग्रामीणों को सूचित और सतर्क कर सकें| ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के डॉ.नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में एसडीएम् कार्यालय का घेराव करने विवश है ताकि हमारी मांग शासन प्रशासन में बैठे लोगों तक पहुँच सके,क्योंकि कई मांगों के बावजूद शासन प्रशासन इतने गंभीर मामले पर संवेदन शील नहीं दिख रहा है,केवल वन विभाग के उच्च अधिकारी अपने ऑफिसों में बैठ कोरम पूरा कर रहे हैं और वन विभाग के निचले कर्मचारी ही सीमित संसाधन के साथ समस्यायों से जूझते हैं| इसके पश्चात भी अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो जोगी कांग्रेस उग्र आन्दोलन करने बाध्य होगा |