फुटबाल संघ का अस्तित्व खत्म होनें की कगार पर
बैकुण्ठपुर/ । कोरिया जिला फुटबॉल संघ आज स्वयं अपने अस्तित्व की तलाश में है, अधिकारियों की निष्क्रियता की वजह से यह संघ अब स्वयं को इतिहास के पन्नों में समेटने को मजबूर होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है। कोरिया फुटबॉल संघ का पदेन अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक होता है , जिसे संघ की सारी गतिविधियों का संचालन करना होता है। लेकिन पिछले 5 साल से जिला कोरिया का फुटबॉल संघ महज कागजों में सिमट कर रह गया है। इस संघ के सचिव चरचा कालरी निवासी बिधान चंद्र राय पिछले 5 वर्षों से संघ का कामकाज छोड़कर कोलकाता में जा बसे हैं। जिस वजह से संघ पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका है। वर्तमान में जिले के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर प्रदीप डे को प्रभारी सचिव बनाया गया है। लेकिन उन्हें भी आज तक पूरा प्रभार नहीं दिया गया है जिसकी वजह से कोरिया जिले के फुटबॉल संघ का कामकाज नहीं के बराबर चल रहा है। यहां आपको बताना लाजमी होगा कि एक समय कोरिया फुटबॉल संघ में 72 क्लब का पंजीयन हुआ रहा। जिसके लिए इस संस्था का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए गया हुआ था। लेकिन तकनीकी कारणवश इस संस्था का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नहीं आ पाया। आज स्थिति यह है कि कोरिया जिला फुटबॉल संघ में महज 2 क्लब का ही पंजीयन है। जिला फुटबॉल संघ की गतिविधियां लगभग होने की वजह से ग्रामीण प्रतिभाओं को भी अब मंच नहीं मिल पा रहा है इससे बड़ी विडंबना और क्या हो सकती है खेल मंत्री का गृह क्षेत्र होनें के बाद भी खिलाड़ी अपनें को पहचान बनानें के मोहताज है, हालांकि कुछ नव युवकों ने के पी सिंह स्मृति फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन कर यहां फुटबॉल खिलाड़ियों की आशाओं को जिंदा कर रखा है। लेकिन जिला फुटबॉल संघ की गतिविधियां शुरू होने से ग्रामीण अंचल के क्लब भी आज अपने अस्तित्व की तलाश में है।