रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर कोरिया जिले के ग्राम नटवाही (विकासखंड-सोनहत) स्थित आदिशक्ति माँ गांगीरानी मंदिर परिसर में आयोजित चेरवा समाज के महासम्मेलन में शामिल हुए। चेरवा समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. सिंह को महामाला पहनाकर तथा खुमरी टोपी और तीर धनुष भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। डॉ. सिंह वहां मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह में 51 जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा- प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के सभी परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिया जायेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों, अंत्योदय योजना के हितग्राहियों, तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों तथा अत्यंत पिछडा वर्ग के लोगांे को भी उज्जवला योजना का लाभ मिलेगा। डॉ. सिंह ने बैकुण्ठपुर जिला मुख्यालय में चेरवा समाज के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 20 लाख और ग्राम नटवाही में मंगल भवन निर्माण के लिए 8 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वहां लगभग नौ करोड़ ग्यारह लाख रूपए के निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री एवं कोरिया जिले के प्रभारी श्री अमर अग्रवाल, श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईयालाल राजवाडे़, संसदीय सचिव एवं भरतपुर -सोनहत क्षेत्र की विधायक तथा संसदीय सचिव श्रीमती चंपादेवी पावले सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जिन कार्यों का लोकार्पण किया उनमें विकासखण्ड मुख्यालय सोनहत में लगभग दो करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से निर्मित शासकीय कॉलेज भवन, लोधार नदी पर लगभग एक करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से निर्मित वृहद पुल और लगभग एक करोड़ 13 लाख रुपए की लागत से निर्मित ट्रांजिट हॉस्टल शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने लगभग एक करोड़ 45 लाख रुपए की लागत से बगरीडांड से कटवार तक बनने वाली सड़क का भूमिपूजन भी किया। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कौशल विकास योजना में राजमिस्त्री का प्रशिक्षण प्राप्त 140 युवाओं को प्रमाण पत्र सहित विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सामग्री एवं प्रमाण पत्रों का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा- आज श्रम दिवस के अवसर पर उन्हें आदिशक्ति मां गांगीरानी मंदिर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि 2003 के पहले यह क्षेत्र पहुंच विहीन था। आम नागरिकों के लिए आवागमन मुश्किल होता था। लेकिन 2004 से अब तक बड़ी संख्या में पुल पुलियों का निर्माण किया गया और सडकों का जाल बिछाया गया। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों को सुगम यातायात की सुविधा मिल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रतिमानक बोरा 1 हजार 800 रूपये की दर से पारिश्रमिक मिलता था। अब पारिश्रमिक दर बढ़ाकर ढाई हजार रूपए प्रतिमानक बोरा कर दी गई है। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना के तहत मामूली दर पर लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 6 लाख लोगों के लिए पक्का आवास बनाया जा रहा है। इसके अलावा आने वाले समय में 10 लाख परिवारों को पक्का आवास का सौगात मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि पहले गरीब लोगों के पास इलाज और दवाई खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा योजना लागू की गई। इस योजना के तहत पहले 30 हजार रूपये तक की निःशुल्क इलाज की सुविधा दी गई थी। जिसे बढ़ाकर अब 50 हजार रूपये कर दिया गया है। डॉ. सिंह ने कहा कि चेरवा समाज भी अन्य समाजों की भांति ही प्रगतिशील और जागरूक समाज है। छत्तीसगढ के विकास में चेरवा समाज का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि यह समाज, समाज में व्याप्त कुरीतियों का परित्याग कर आगे बढ़ रहा है। श्रम, खेल और युवा कल्याण मंत्री श्री भईयालाल राजवाडे़ ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। उन्हांेने कहा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में गांव, गरीब और किसान के हित में अनेक निर्णय लिए गए है और अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई है, जिनका लाभ लोगों को मिल रहा है। महासम्मेलन को संसदीय सचिव श्रीमती पावले और चेरवा समाज के प्रांतीय अध्यक्ष श्री नंद कुमार सोनपाकर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने चेरवा समाज के प्रांतीय अध्यक्ष श्री सोनपाकर द्वारा लिखित दो पुस्तकों का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में वन विभाग की कैंपा योजना के तहत 4 हितग्राहियों को 60 हजार रूपये की राशि का लाख पालन किट, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15 हितग्राहियों को 19 लाख 50 हजार रूपये की राशि के आवास स्वीकृति आदेश, सौर सुजला योजना के तहत 5 हितग्राहियों को 20 लाख रूपये की राशि के पंप स्वीकृति आदेश, सौभाग्य योजना के तहत 20 हितग्राहियों को स्वीकृति आदेश, मत्स्य पालन प्रसार योजना के तहत 10 मत्स्य पालक कृषकों को 72 हजार रूपये की राशि के आईस बाक्स और 25 मत्स्य पालक कृषकों को तालाब निर्माण हेतु 87 लाख 50 हजार रूपये की राशि का स्वीकृति आदेश प्रदान किया। इसी तरह मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने राष्ट्रीय एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 20 लोगों को स्मार्ट कार्ड और मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत मेसन कोर्स में प्रशिक्षित 140 युवाओं को कौशल प्रमाण पत्र और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 3 महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए।
कार्यक्रम में जनपद पंचायत सोनहत की अध्यक्ष श्रीमती मंजू देवी, जिला पंचायत सदस्य श्री देवेन्द्र तिवारी, पूर्व विधायक श्री फूल सिंह, सरगुजा संभाग के आयुक्त श्री अविनाश चंपावत, पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता, कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार दुग्गा सहित बडी संख्या में चेरवा समाज के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।