खदान प्रबंधन में आई.टी. के उपयोग और खनन क्षेत्र में जल शुद्धिकरण पर रिसर्च के लिए एम.ओ.यू.
रायपुर, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय के मुख्य आतिथ्य में आज यहां राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एन.एम.डी.सी.) और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में दो एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए। एन.एम.डी.सी. की खदानों के प्रबंधन में आई.टी. के उपयोग के लिए एन.एम.डी.सी. और छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोेसायटी (चिप्स) तथा खनन से प्रभावित जल के शुद्धिकरण पर रिसर्च के लिए एन.एम.डी.सी. और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.टी.) के मध्य एम.ओ.यू. किया गया। चिप्स के साथ किए गए एम.ओ.यू. में एन.एम.डी.सी. के निदेशक उत्पादन श्री पी.के. सतपथी और चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एलेक्स पाल मेनन ने तथा एन.आई.टी. के साथ किए गए एम.ओ.यू. पर एन.एम.डी.सी. के संयुक्त संचालक रिसर्च एवं विकास श्री राजेन्द्र कुमार और एन.आई.टी. के अधिष्ठाता डॉ. एस. सान्याल ने हस्ताक्षर किए। यह राष्ट्रीय संगोष्ठी एन.एम.डी.सी. की हीरक जयंती के अवसर पर ‘नये परिप्रेक्ष्य में उत्तरदायित्वपूर्ण खनन‘ तथा ‘खनिज समृद्ध राज्यों में खनन और इस्पात में विकास और निवेश के अवसरों‘ विषय पर आयोजित की गयी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री अमर अग्रवाल, एन.एम.डी.सी. के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री एन. बैजेन्द्र कुमार, छत्तीसगढ़ वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सी. के. खेतान, भारत सरकार इस्पात मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री सुनील वर्तवाल और फिक्की माइनिंग कमेटी के अध्यक्ष श्री तुहिन मुखर्जी उपस्थित थे।