मेहनत, मेधा और संकल्प का परिणाम: CLAT में सृजन शुक्ला ने रचा सफलता का कीर्तिमान, देश में 437वीं रैंक

कोतमा।,प्रतिभा जब अनुशासन और निरंतर परिश्रम से जुड़ती है, तब सफलता स्वयं मार्ग खोज लेती है। इसी कथन को साकार किया है कोतमा थाना प्रभारी श्री रत्नाम्बर शुक्ल के सुपुत्र सृजन शुक्ला ने, जिन्होंने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) जैसी प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 437वीं रैंक एवं मध्यप्रदेश में 37वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
CLAT परीक्षा देश की शीर्ष कानून प्रवेश परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसके माध्यम से भारत की प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (NLUs) एवं अन्य प्रमुख विधि संस्थानों में प्रवेश मिलता है। इस वर्ष आयोजित परीक्षा में लगभग 1 लाख 5 हजार अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जबकि कुल 8,500 सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा रही। ऐसे चुनौतीपूर्ण वातावरण में सृजन शुक्ला द्वारा 437वीं रैंक प्राप्त करना उनकी बौद्धिक क्षमता, अनुशासन और आत्मविश्वास का प्रमाण है।
सृजन की इस उल्लेखनीय सफलता पर न केवल परिवारजन बल्कि नगरवासियों में भी हर्ष की लहर है। कोतमा नगर सहित पूरे शहडोल संभाग के पत्रकार बंधुओं ने सृजन को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सभी ने विश्वास जताया कि सृजन आगे चलकर विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देकर समाज और राष्ट्र का नाम रोशन करेंगे।
सृजन शुक्ला की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत है, जो यह संदेश देती है कि लक्ष्य के प्रति समर्पण और कठिन परिश्रम से कोई भी मुकाम असंभव नहीं।