पत्रकारिता के दुश्मनों को सबक जरूरी : शमीम

काली कमाई और सत्ता के नशे में चूर नेता के खिलाफ पत्रकारों को एकजुट होना ही होगा
” सत्ता और काली कमा के नशे में चूर स्वयंभू नेता ने एक पत्रकार कैलाश लालवानी के साथ गाली-गलौज कर जिस अहंकार का सार्वजनिक प्रदर्शन किया है, उसकी जड़ों को खोदकर सच का आईना दिखाना और नये पुराने काले कारनामों की पोटली खोलकर तथाकथित अपराधों की सजा दिलाने का वक्त आ चुका है। धनपुरी नगर पत्रकार परिषद केअध्यक्ष मो. शमीम खान ने उक्ताशय के विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि हालांकि शासन-प्रशासन की इस मामले में सराहनीय भूमिका रही है फिर भी नगर व जिले के सभी पत्रकारों को चाहिए कि ऐसे तत्वों को बेनकाब कर उनकी असली जगह दिखाएं तथा जनप्रतिनिधियों को भी ऐसे कथित दंभी, चापलूस और धौंसबाज तत्वों से दूरी बना कर अपना प्रतिनिधि नियुक्त करने से बचना चाहिए। सबसे आवश्यक यह है कि ऐसे व्यक्ति का नगरपालिका में प्रवेश तत्काल बंद कर दिया जाना चाहिए जो पत्नी के दम पर जबरदस्ती की ठेकेदारी करने पर आमादा हो। “
शहडोल, धनपुरी। पत्रकार परिषद धनपुरी के अध्यक्ष मोहम्मद शमीम खान ने कहा कि जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र में भ्रष्टाचार के एक मामले को प्रकाशित करने को लेकर एक स्थानीय पत्रकार को फोन पर गालीगलौज और धमकी देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं वर्तमान में धनपुरी नगर पालिका अध्यक्ष के पति इंद्रजीत सिंह छाबड़ा के खिलाफ थाना कोतवाली में बीएनएस की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। बताया जाता है कि एक स्थानीय पत्रकार की शिकायत पर धनपुरी थाना पुलिस ने छाबड़ा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296(ए) और 351(1) के तहत मामला दर्ज किया है। इस संबंध में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 24 अक्टूबर को नगर पालिका धनपुरी में हो रही ड्रेस खरीदी में अनियमितताओं से जुड़ी खबर प्रकाशित की थी। इसके अगले दिन 25 अक्टूबर की दोपहर लगभग 12-30 बजे, इंद्रजीत सिंह छाबड़ा ने उन्हें फोन कर गालीगलौज करते हुए धमकाया तथा देख लेने की धमकी दी। श्री खान ने कहा कि यह सिर्फ एक पत्रकार को धमकी दिए जाने का मामला नहीं बल्कि संपूर्ण पत्रकारिता पर एक हमला है और पत्रकारिता के संपूर्ण पत्रकारिता पर एक हमला है और पत्रकारिता के दुश्मनो के खिलाफ सभी पत्रकारों को एकजुट होना ही चाहिए।
बताया जाता है कि पत्रकार द्वारा प्रकाशित खबर में खुलासा किया गया था कि नगरपालिका धनपुरी द्वारा कर्मचारियों को ड्रेस वितरण किया गया, जबकि उसकी खरीदी की कोई निविदा जारी नहीं की गई थी। खबर सामने आने के बाद आननफानन में टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन बाद में उक्त टेंडर पोर्टल से हटा दिया गया था। ज्ञात हो कि इसके पहले भी नगर पालिका धनपुरी में अनियमितताओं के मामले उजागर हो चुके हैं। यहां तक की तत्कालीन एसडीएम लोकेश जांगिड़ द्वारा की गई जांच में कई अनियमितताएं साबित भी हुई, परंतु कार्यवाही के बजाय फाइलें दबा दी गईं। अब एक बार फिर नपा के भ्रष्टाचार की फाइलें दोबारा खुलने की चर्चाए जोरों पर शायद इस घटना के पीछे यह कारण भी बताया जा रहा है। नगर पालिका धनपुरी इन दिनों कई वार्डों में सीसी रोड की जगह पेवर ब्लॉक सड़कों का निर्माण करा रही है।
बताया जा रहा है कि बिल में पेवर ब्लॉक की दरें बाजार भाव से कई गुना अधिक दर्शाई गई हैं। सूत्रों के अनुसार, इन ब्लॉकों को स्वयं इंद्रजीत सिंह छाबड़ा द्वारा अपनी मशीन से बनवाया जा रहा है और फिर ठेकेदारों के माध्यम से नगर पालिका को सप्लाई किया जा रहा है। आरोप है कि इस प्रक्रिया से अध्यक्ष पति दोहरा आर्थिक लाभ उठा रहे हैं उक्त कार्य का ठेका लेकर उसमें भी कमाई की जा रही है साथ ही काम के बदले कमिशन की चर्चा का बाजार भी गर्म है बहरहाल वस्तुस्थित क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगी परंतु फिलहाल वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष के पति और पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्रजीत छाबड़ा के खिलाफ मामला तो थाने में कायम ही हो गया है।