बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने किया देश के पहले नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण
रायपुर, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने आज यहां दोन्देकला स्थित देश के पहले नशामुक्ति केन्द्र का निरीक्षण और अवलोकन किया और 18 वर्ष के कम आयु तक के बच्चों के लिए खुले इस केंद्र की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में यहां 6 से 18 वर्ष तक की आयु के 56 बच्चे निवासरत है, जिन्हें चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ ही काउंसलिंग, योगा, खेलकूद, मनोरंजन एवं आर्ट क्राफ्ट के माध्यम से नशे से दूर रखने सतत प्रयास किये जा रहें है। इस दौरान श्रीमती दुबे ने सभी बच्चों से मिलकर उनके स्वास्थ्य, रहन-सहन व खान-पान की जानकारी लेते हुए बच्चों को चॉकलेट खिलाकर नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि नशा करना हानिकारक है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इसकी रोकथाम करना अत्यंत आवश्यक है। श्रीमती दुबे ने केंद्र के अधिकारियों को बच्चों के लिए बेहतर वातावरण निर्माण करने और स्वच्छता का विशेष ध्यान आवश्यक निर्देश भी दिए। निरीक्षण में आयोग के सदस्य श्री अंकित ओझा एवं बाल संरक्षण इकाई के कर्मचारी उपस्थित थे।