उइके के बयान पर भाजपाई बयानबाजी उनकी खीझ – कांग्रेस
गोड़से के अनुयायी गोली शब्द से तिलमिला गए
रायपुर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके के बयान पर भाजपा की बयानबाजी को काँग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा की खीझ और बौखलाहट बताया है। विधायक रामदयाल उइके के कथन को गलत ढंग से संदर्भ से काटकर उद्धृत करके भारतीय जनता पार्टी ओछी राजनीति कर रही है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में किसी राजनैतिक व्यक्ति पर जो पहली गोली चली थी वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर चलाई गई थी और इस पहले राजनैतिक हत्याकांड के आरोपी नाथूराम गोड़से के बारे में सर्व विदित है कि उसकी विचारधारा संघ और भाजपा पोषित थी। समय समय पर बापू के हत्यारे नाथू राम को भाजपाई महिमामण्डित भी करते रहते हैं। गोंड़से के अनुयायी आज एक भोले भाले आदिवासी नेता की रामदयाल उइके के सहज ढंग से कही गयी लोकोक्ति और नारे “लाठी गोली खायेंगे भाजपा को भगाएंगे“ पर हाय तौबा मचा रहे हैं। कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके एक सच्चे और सीधे-साधे आदिवासी है। उन्होंने आदिवासी पर जो अत्याचार हो रहे भाजपा के शासन काल में महिलाओं तक निशाने पर हैं, बस्तर और सरगुजा की हालत किसी से छिपी नहीं है। इसी पीड़ा को रामदयाल उइके अभिव्यक्त करते जो कुछ भी बोल बैठे, उनका आशा यही था कि चाहें लाठी-गोली खाना पड़े कांग्रेस के लोग मुख्यमंत्री रमन सिंह के अत्याचारी, भ्रष्टाचारी, कमीशनखोर सरकार को उखाड़ फेकेंगे। जीरम में कांग्रेस नेताओं शहीद नंदकुमार पटेल, शहीद महेन्द्र कर्मा, शहीद विद्याचरण शुक्ल, शहीद दिनेश पटेल, शहीद उदय मुदलियार, शहीद योगेन्द्र शर्मा, शहीद अभिषेक गोलछा पर गोलियां चलवाकर शहादत हुई थी। जिस भाजपा की सरकार के द्वारा कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को सुरक्षा न देने की कारण इतनी बड़ी शहादत हुयी है, उस भाजपा को किसी कांग्रेस नेता के बारे में इस तरह की बड़ी-बड़ी बात करने और आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है।