एसईसीएल कर्मी चन्द्रप्रकाश पर 4 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप,पीड़ित ने धनपुरी थाने में दर्ज कराई शिकायत

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धनपुरी,शहडोल। थाना धनपुरी क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 निवासी संतोष रजक ने एसईसीएल कर्मचारी चन्द्रप्रकाश गुप्ता के खिलाफ 4 लाख रुपये की धोखाधड़ी, छल-कपट और धमकी देने का आरोप लगाते हुए थाना धनपुरी में शिकायत दर्ज कराई है। संतोष रजक ने अपने आवेदन में बताया कि उनके स्वर्गीय पिता रामचरण रजक, जो एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के पूर्व कर्मचारी थे, वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हो गए थे। उस समय उनके पिता के चन्द्रप्रकाश गुप्ता के साथ घरेलू और मित्रवत संबंध थे, जिसके चलते चन्द्रप्रकाश का उनके घर पर आना-जाना था। चन्द्रप्रकाश अक्सर संतोष के पिता के साथ पैसों का लेन-देन करता था और समय पर रकम चुका भी देता था, जिससे उनके बीच आपसी विश्वास मजबूत हो गया था। उसी भरोसे के आधार पर 1 अगस्त 2012 को चन्द्रप्रकाश गुप्ता ने संतोष के पिता से अपने निजी मकान के निर्माण के लिए 4 लाख रुपये उधार मांगे। उसने बिना ब्याज के यह राशि मांगी और बदले में भारतीय स्टेट बैंक, शाखा बुढार के दो खाली चेक (चेक नंबर 0161216 व 061217) और स्टाम्प पेपर पर वचन पत्र दिया। संतोष रजक ने आरोप लगाया कि उनके पिता के निधन के बाद, उनकी मां ने कई बार चन्द्रप्रकाश से उधार दी गई राशि वापस मांगी। हर बार गुप्ता ने उन्हें टाल दिया और यहां तक कि अभद्र व्यवहार भी किया। उसने वृद्ध महिला को साफ शब्दों में कहा कि वह उनसे पैसा नहीं ले सकती और उसे जो करना है कर ले। लगातार मिल रही प्रताड़ना से आहत संतोष की मां हृदयगति रुकने से चल बसीं।

अंतिम संस्कार के दौरान भी नहीं छोड़ा पीछा

संतोष का कहना है कि अपनी मां के अंतिम संस्कार के लिए जब वह चन्द्रप्रकाश के पास मदद की उम्मीद लेकर गए, तो उसने न केवल मां-बहन की भद्दी गालियां दीं, बल्कि धमकी भी दी कि अगर उन्होंने दोबारा पैसा मांगा तो उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देगा। पीड़ित परिवार ने जब चन्द्रप्रकाश द्वारा दिए गए चेक को बैंक में लगाया, तो बैंक अधिकारियों ने बताया कि वह खाता तो पहले ही बंद कर दिया गया है। यह सुनकर परिवार के होश उड़ गए और साफ हो गया कि चेक केवल दिखावे के लिए दिए गए थे।

झूठे मुकदमे में फंसाने की दे रहा धमकी

संतोष रजक का कहना है कि चन्द्रप्रकाश अब खुलेआम धमकी दे रहा है कि यदि उन्होंने कहीं भी शिकायत की या पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई, तो वह उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करा देगा। गुप्ता ने यह भी कहा कि वह 4 लाख रुपये थाने में जमा कराकर उल्टा संतोष और उनकी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज करवा देगा। चंद्रप्रकाश की लगातार मिल रही धमकियों के कारण संतोष रजक और उनका पूरा परिवार भयभीत है। उन्हें आशंका है कि चंद्रप्रकाश किसी भी हद तक जाकर उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है या झूठे मामलों में फंसा सकता है। संतोष रजक ने पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के साथ वचन पत्र, दिए गए चेक और माता-पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र की छायाप्रतियां भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की हैं। पीड़ित परिवार को अब पुलिस से न्याय की उम्मीद है और वे मांग कर रहे हैं कि उन्हें उनके पिता की मेहनत की कमाई वापस दिलाई जाए और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।

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