मैने घर-घर जाकर देखा सरकारी योजनाओं का असर: डॉ. रमन सिंह
रायपुर,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि मैंने लोक सुराज अभियान में घर-घर जाकर देखा है कि सरकारी योजनाएं मंत्रालय से निकलकर घरों तक कैसे पहुंचती है और जब घरों में पहुंचती है तो उसका क्या असर होता है। उन्होंने कहा – इस प्रक्रिया से हम न सिर्फ बड़े निर्माण कार्याें की जरूरत पूरी करते हैं, बल्कि घोषणा करते हैं और काम जल्दी कैसे पूरा हो, उसकी समीक्षा भी करते हैं।
उन्होंने आज सवेरे आकाशवाणी के रायपुर के केन्द्र से प्रसारित अपनी मासिक रेडियोवार्ता ‘रमन के गोठ’ में प्रदेश सरकार के इस वर्ष के लोक सुराज अभियान में प्राप्त अनुभवों का विस्तार से उल्लेख करते हुए यह बात कही। डॉ. सिंह ने श्रोताओं को बताया – अभियान के दौरान मैं बिना बताये कई सारे छोटे-छोटे गांवों और कस्बों में अचानक पहुंचा और वहां विभिन्न सार्वजनिक सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। लोगों के घरोें में पहुंचकर भी देखा। डॉ. सिंह ने कहा – कांकेर जिले के ग्राम बण्डाटोला में खेमता और मधु कुंजाम बहन के घर जब मैं पहंुचा तो यह देखकर अच्छा लगा कि वे रेशम का धागा बना रही थीं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत, उनका पक्का मकान बन रहा है। जशपुर जिले के ग्राम खरकट्टा में पीरो बाई ने जब उज्ज्वला योजना और रसोई गैस कनेक्शन मिलने पर खुशी जाहिर की, तो मुझे जो संतोष मिला, उसका बयान नहीं कर सकता। धमतरी जिले के डोंगरडोला गांव की बहन प्रमिला देवरस ने मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सिलाई सीखी है और अब दो सिलाई मशीनों की मालकिन है, बढ़िया काम कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने रेडियो प्रसारण में प्रदेशवासियों को बताया – सरगुजा जिले के ग्राम गड़बीड़ा में रहने वाली बहन मधु गुप्ता ने मुझे बताया कि उन्होंने मायके में भी पानी की समस्या देखी और ससुराल आने पर भी उसी समस्या से जूझना पड़ा, तो दिल दुखी रहता था। लेकिन ‘सौर सुजला योजना’ उनके लिए वरदान साबित हुई है। इससे उसका परिवार ‘टेंशन फ्री’ हो गया और अब अच्छी खेती और अच्छी आमदनी की उम्मीद जागी है। डॉ. रमन सिंह ने रेडियो श्रोताओं को बताया – रायगढ़ जिले के ग्राम पुसल्दा में एक स्कूली छात्रा, बहुत ही प्यारी बिटिया शोभा महंत से मुलाकात हुई। उसने खुलकर पढ़ाई- लिखाई की बात की और 14 का पहाड़ा भी सुना दिया। पूछने पर बताया कि वह पुलिस अधिकारी बनना चाहती है। वहीं एक दृष्टि-बाधित बिटिया ने अपनी चाहत बताई कि उसने कलेक्टर बनने का सपना संजोया है, तो मुझे बहुत सुखद अनुभूति हुई। बेमेतरा जिले के तेन्दूभाठा गांव की बहन रोहणी बाई, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपना घर पाकर यह मानती हैं कि उनका मनोबल बढ़ा है। समाज में उसका सम्मान बढ़ा है। राजनांदगांव जिले के डूमरटोला गांव की बहन ईश्वरी बाई का घर तो शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की एक मिसाल है। ईश्वरी को श्रम विभाग की ओर से सायकल मिली है। उज्ज्वला रसोई गैस मिली है, एलईडी बल्ब मिला है, उनके पति चुरेन्द्र, प्रधानमंत्री आवास, दुकान और सेलून किट पाकर बेहद खुश हैं और अपने दोनों बच्चों को अच्छी पढ़ाई कराना चाहते हैं।
उन्होंने रेडियो श्रोताओं से कहा- आज मैं बडे़ निर्माण कार्यों, बड़ी परियोजनाओं के बारे में ज्यादा कहना नहीं चाहता। अरबों रूपए की, दर्जनों योजनाएं लोक सुराज अभियान के दौरान मंजूर हुई हैं, जिनमें सड़कें, पुल-पुलिया, खेल स्टेडियम, बस स्टैण्ड, बाजारशेड, शाला भवन, आंगनवाड़ी भवन, तालाब निर्माण, नई पानी टंकी, नहर लाइनिंग, जलाशय के गेट की मरम्मत, पेयजल योजनाएं, खाद गोदाम निर्माण, पंचायत भवन निर्माण, धर्मशाला भवन निर्माण, मुक्तिधाम निर्माण आदि के काम शामिल हैं।