महकाल रेत कंपनी पर खनिज विभाग की मेहरबानी, जवाबदार नहीं दे रहे ध्यान, नियम को ताख पे रख के हो रहा खनन,
जवाबदार नहीं दे रहे ध्यान, नियम को ताख पे रख के हो रहा खनन
महाकाल कंपनी के द्वारा रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है
उमरिया में खनिज विभाग की नाक के नीचे रेता ठेका कंपनी महाकाल मिनरल्स रेत का काला कारोबार करने पर उतारू है। लीज क्षेत्र से हटकर बेधड़क रेत की निकासी विशाल पोकलेन मशीन लगाकर निकाली जा रही है। माइनिंग कॉरपोरेशन ने ठेका कंपनी को खुली छूट दी हुई है। उमरिया जिले में जगह-जगह से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है, जिस जगह से उत्खनन किया जाता है न तो वहां कंपनी को कोई खदान स्वीकृत है और न ही खदानों पर कोई सीमांकन और न ही कोई सूचना बोर्ड लगा होता है। जब स्थानीय लोगों द्वारा इस अवैध उत्खनन का विरोध किया जाता है तो कंपनी के द्वारा वहां से अवैध खनन बंद कर दिया जाता है।
देखा जाए तो कुछ दिन पहले रेता कंपनी के द्वारा ग्राम पंचायत पड़वार के सलैया खदान से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा था तथा रॉयल्टी उमरिया जिले के बाहर की काटी जा रही थी, जिसका विरोध ग्राम पंचायत के सरपंच-उप सरपंच सहित सभी पंचों ने लिखित की थी। बावजूद उसके कंपनी के गुर्गों द्वारा स्थानीय प्रशासन एवं खनिज विभाग से मिलकर रेत का अवैध उत्खनन कर रहा है।
जिला उमरिया के मानपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़गुड़ी सलैया एवं पड़वार से लगी जीवन दयानी नदी भदार एवं हलफल से महाकाल कंपनी के द्वारा पोकलेन मशीन लगाकर बीच नदियों से लगभग एक महीने से रेत ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा सरे आम रेत का अवैध उत्खनन करवाया जा रहा है जिसमें खनिज एवं राजस्व विभाग की अहम भूमिका है जिससे सैकड़ो किसानों की जमीन प्रभावित हो रही है जलस्तर कम हो रहा है पड़वार से सलैया घाट होकर जो रास्ता बरही की ओर जाता है आए दिन वहां सैकड़ो ट्रैक्टर लेकर खड़े रहते हैं डगगियो का उपयोग रेत ठेकेदार के द्वारा नदी में रपटा के कार्य में लगाया जाता है हजारों ट्रॉली डगगिया का उपयोग रेत के कारोबारियों के द्वारा बीच नदी में खपाई गई कुछ लोगों के द्वारा राजस्व विभाग के पड़वार हल्का पटवारी को फोन के माध्यम से सूचना दी गई कि यहां पर उत्खनन एवं बीच नदियों में रपटा बनाने का कार्य किया जा रहा है हल्का पटवारी मौके पर उपस्थित हुए एवं वहां लगी बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीन के चालक से पूछा गया कि आप लोगों के द्वारा यहां कार्य क्यों किया जा रहा है इसका कागज दिखाओ तो मशीन ऑपरेटर के द्वारा कहा जाता है कि हमारे प्रभारी जैन जी एवं गोलू शुक्ला से बात करिए उनके द्वारा हमें यहां काम करने के लिए कहा गया है यह सुनकर हल्का पटवारी के द्वारा चल रही मशीनों को बंद करवाया गया और मौके से हटवाया गया एवं मौका पंचनामा तैयार किया गया वही ग्राम पंचायत पड़वार के सरपंच को भी यह ग्रामीण जनों के द्वारा अपनी समस्या बताई गई एवं सरपंच के द्वारा यह आश्वासन मिला कि मैं आप लोगों के साथ हूं जहां मेरी जरूरत रहेगी मैं वहां मौके पर उपस्थित रहकर मैं आप लोगों के साथ रहूंगी खनिज विभाग के आला अधिकारी रेत के अवैध उत्खनन में संलिप्त है उनको ना आमजन से मतलब ना किसान से मतलब आमजन एवं किसान मरता रहे उनसे उनका कोई मतलब नहीं क्षेत्रीय जन एवं ग्रामीण जन जिला प्रशासन कलेक्टर महोदय से अपेक्षा करते हैं कि रेत के अवैध उत्खनन को बंद कराया जाए
एनजीटी के नियमों की खुलेआम हो रही है अवहेलना
सामूचे उमरिया जिले में रेत के लिए जिस तरह से मध्यप्रदेश की नई रेत नीति के बनाई गई है जिसमे नर्मदा नदी को छोड़कर पांच हेक्टेयर से ऊपर की खदानों में मशीनों से खुदाई तीन मीटर गहराई तक की जा सकती है, जिसका खुलकर मानपुर की अमिलिया खदान में अनदेखी की जा रही है। नदी के धार को रोककर ही बीच नदी से रास्ता बनाकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। औऱ खनिज अधिकारी को इस सब बातो का पता है की चैन माउंटिंग मशीन द्वारा गहराई तक रेट का अवैध उत्खनन किया जा रहा है लेकिन पैसों की खनक के आगे सब कुछ जायज बना दिया जा रहा है
रेत जांच चौकिया में बाहर से आए अपराधीयो का लगा रहता है जमावड़ा
उमरिया जिले में स्वीकृत जांच चौकिया में बाहरी आपराधिक लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। यह लोग कहां से आए हैं, इनका रिकॉर्ड क्या है, पूरी रात रेत कंपनी के कर्मचारी हथियारों सहित आसपास के गांव में दहशत फैलाते घूमते हैं। स्थानीय पुलिस थाने पर कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों की कोई भी जानकारी नहीं दी गई है, जिससे कोई भी एरिया में बड़ी आपराधिक घटना घट सकती है। ग्रामीणों में दहशत फैलाने की नीयत से हथियारबंद लोग रात भर धाम चौकड़ी मचाते रहते हैं स्थानी लोगों ने पुलिस कप्तान से मांग की है कि महाकाल रेत कंपनी में आए सभी कर्मचारियों का पहले पुलिस वेरिफिकेशन करवाए व जहाँ से हथियारबंद लोग आए हुए हैं उनका रिकॉर्ड निकलवाया जाए