सेवानिवृत्त कर्मचारियों की चिकित्सा सुविधा हुई बहाल
- सोहागपुर एरिया जीएम आफिस के घेराव के बाद श्रम संगठनों से समझौता
महाप्रबंधक कार्यालय के घेराव और श्रम संगठनों द्वारा पूर्व के आदेश निर्देशों का हवाला दिए जाने के बाद अंतत: एसईसीएल के सोहागपुर कोयलांचल प्रबंधन ने सेवानिवृत कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधाएं बहाल किए जाने का निर्णय फिर से लिया है। बुढ़ार केन्द्रीय चिकित्सालय द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधा बंद किये जाने संबंधी कथित तुगलकी फरमान का पांच प्रमुख श्रम संगठनों द्वारा तीव्र विरोध करते हुए सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ पूर्व घोषणानुसार किये गए जीएम आफिस के गेट के घेराव के बाद पूर्ववत सुविधा जारी रखने का आश्वासन दिया गया है।
धनपुरी। एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय के गेट पर पांचो श्रम संगठनों एटक,एचएमएस,सीटू, बीएमएस,इंटक द्वारा संयुक्त रूप से सेवा निवृत्त कर्मचारियों के साथ प्रातः 10 बजे से 3 बजे तक गेट बंद कर सेवा निवृत्त कर्मचारियों को ओपीडी से दवाई बंद किये जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया। सभी श्रम संगठनों एवं सेवा निवृत्त कर्मचारियों द्वारा समर्थन करते हुए 5 घंटे तक महाप्रबंधक कार्यालय का गेट बंद रखा गया।
अंतत: माना प्रबंधन
श्रमिक संगठन व प्रबंधन के बीच बैठक हुई जिसमें राम सिंह,रावेद्र शुक्ला, राजेशचंद शर्मा, शिवनारायण मिश्रा, महेंद्र पाल सिंह, विनय सिंह, आदि लोग बैठे थे। बैठक में लंबी वार्ता प्रबंधन के साथ चली प्रबंधन अपने जिद पर अड़ा था लेकिन 2017 में जेबीसीसीआई-10कलकत्ता द्वारा जारी पत्र संख्या 53 दिनांक 16,03,2017 को दिखाया गया तब प्रबंधन ने इस बात पर अपनी सहमति दी कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पूर्व की तरह ओपीडी सुविधा दवाई सहित मिलती रहेगी।
यह लिया निर्णय
महाप्रबंधक (कार्मिक एवं अपील/को-आर्डिनेटर), जेबीसीसीआई-10, कोलकता द्वारा जारी पत्र संख्या 53 दिनाक 16.03. 2017 के आलोक में आज दिनांक को 18.11.2024 को आपके साथ अयोजित बैठक के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बुढार केन्द्रीय चिकित्सालय में इनडोर/आउटडोर सुविधा पूर्व की भाँति यथावत रहेगी । मेडिकल बिलों का भुगतान निर्धारित समयावधि के अंदर करने का प्रयास किया जायेगा।
स्वार्थपरता बनी बाधा
श्रमिक नेता व जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री राम सिंह आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी द्वारा अपने अधिकारी कर्मचारियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के व्यापक उपाय किए गए हैं लेकिन मैदानी अमले की निष्क्रियता और उन पर नजर रखने वाले अधिकारियों की स्वार्थ परता के कारण सोहागपुर एरिया के श्रमवीरों और उनके परिजनों को बीसीएच का वह लाभ नहीं मिल पा रहा है जो वास्तव में उन्हें मिलना चाहिए या जिसके वह हकदार हैं।
विशेषज्ञ डाक्टरों का टोटा
एसईसीएल सोहागपुर एरिया अपने श्रमवीरों को अच्छी सी अच्छी सुविधा प्रदान करने के लिए बुढार केंद्रीय चिकित्सालय की स्थापना इसी उद्देश्य से किया गया था श्रमवीरों को अच्छी से अच्छी इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों का अभाव हॉस्पिटल में वर्षों से बनी हुई है पूर्व की तरह अब यह सुविधा मरीजों को नहीं मिल रही है। मेडिकल बिल में कॉपी लेट लतीफी के चलते मरीज परेशान हो जाते हैं। प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
मशीनें बनीं शोपीस
एसईसीएल द्वारा संचालित बुढार केंद्रीय चिकित्सालय में करोड़ों की मशीनें जैसे पीएमटी मशीन, सिटी स्क्रीन, सोनोग्राफी, एवं अन्य आधुनिक मशीनें रखी हैं, जो एक दशक से टेक्नीशियन नहीं होने के चलते इन मशीनों को कोई छूता तक नहीं है। यह भी कहा जाता है कि यदि गाहे-बगाहे कंपनी के अधिकारियों द्वारा टेक्नीशियन की नियुक्ति कर भी दी गई तो पता चलता है कि इन मशीनों में लगने वाली सामग्री उपलब्ध नहीं हैं और सब कुछ होते हुए भी मरीजों को बाहर से पीएमटी सिटी स्क्रीन सोनोग्राफी कराने के लिए बाहर भेजा जाता है जिससे कंपनी को दोहरा नुकसान उठाना पड़ता है।