बुढ़ार 3 नंबर बना सट्टा खाईवालो का अड्डा बुढ़ार में पुस्सू तो 3 नंबर में चौरसिया एक का अस्सी बना रहे ❓
शहडोल, । खादी धारी खाकी धरियो से सांठ गाठ कर सामाजिक अपराध को पोसित कर रहा है। राजनीत का दुसाला ओढ कर समाज सेवा का ढ़ोग रचने वाले इस सफेद पोस के काले कारोबार से बुढ़ार समेत पूरा कोयलांचल का बच्चा बच्चा वाकिफ है। अपने गुर्गो की मदद से समाज में सट्टे के कारोबार की पुस्सू, औऱ चौरसिया ने गंदगी फ़ैला रखी है।
दोनों नेता मिला कर सालो से सट्टे के इस कारोबार को निडर होकर चला रहे हैं बुढार नगर के आसपास के क्षेत्र में पुस्सू की काफी पकड़ मजबूत है आसपास के गांव से लोग पट्टी काटकर खाईवाल पुस्सू के पास उतारा करते है, वहीं कोयलांचल में लालची मिठाई वाला चौरसिया धनपुरी समेत अमलाई चीप हॉउस के आस पास के छेत्रो का खाईवाल किंग बना हुआ है।कोयलांचल के इस कारोबारी ने अपनी एक अलग ही शोभा बना रखी है। राजनीत के क्षेत्र में सुशोभित यह कारोबारी सत्ता पक्ष में रहते हुए दूसरे दल से जुगल बंदी करने में कही भी पीछे नहीं है करे भी क्या राजनीत के साथ कारोबार जो चलना है। वही सूत्रों की माने तो पढ़ाई लिखाई करने वाले नाबालिग भी पैसो की चकाचौंध में अपना स्कूल अपना भविष्य तबाह कर सट्टा पट्टी काटने में लगे हुए ,जिन को यह भी नहीं मालूम की इस सामजिक बुराई की ओर झोकने वाला उनका आका खुद अपने आप को पारसा बता कर खुद की छवि चमकाने में लगा है।जिसे आम नागरिक समाज सेवी के रूप में देखती है उसका एक और चेहरा भी है। यह चेहरा किसी को सामने से तो नजर नही आता है लेकिन उसके अंदर कौन से समाज सेवा के भाव छिपे है उससे लगभग-लगभग सभी वाकिफ है।
क्यू नहीं आता नाम कौन है इसका पनाहगार …
बुढ़ार व कोयलांचल में आये दिन पुलिस छापामार कार्रवाई कर सट्टा व जुआं खेलने वालों की धरपकड़ करती है। सोचनीय पहलू यह है कि आज तक इन सट्टा कारोबारी का नाम कभी सामने नही आया है। जिसकी वजह इसकी धौंस व पहचान को माना जा रहा है। गली-गली में इसने अपने गुर्गे बैठा रखे हैैं। जिन पर कभी आंच नही आती है यदि आई भी तो कोई भी इस कारोबारी का नाम नही लेते सूत्रों की माने तो अपने ही लोगो पर कार्यवाही करवा कर खुद को बेदाग़ रखने वाले इन अवैध कारोबारियों को किस का सह मिला हुआ है ये तो समय आने पर पता चलेगा
पर्दे के पीछे का खिलाड़ी❓
जानकारों की माने तो राजनीति से पहले सामाजिक अपराध से सरोकार रखने वाले इन सफेद पोश ने अपनी एक अलग ही दुनिया बना रखी है। अपनी इस दुनिया में इसने एक पूरी की पूरी टीम खड़ी कर रखी है। राजनीति में कदम रखने के साथ ही इसने पर्दे के पीछे रहकर अपने कारोबार को चलाना शुरु कर दिया। अब कहीं भी इसका नाम सामने नही आता है। पर्दे के पीछे के इस खिलाड़ी ने इतनी मजबूत टीम तैयार कर रखी है कि पूरा कारोबार चलता रहता है और यह कारोबारी आराम से अपनी राजनीतिक रोटी सेंकता रहता है।
यहाँ से होता है सट्टे का संचालन
बुढ़ार में लगभग सभी गली मोहल्ले में पुस्सू के गुर्गे सामूचे बुढ़ार के साथ खैरहा,दामिनी, अरझुला, लालपुर, सोडा फैक्ट्री से दिन भर सट्टा पट्टी काटते है औऱ अलग अलग नंबरों से अपने आका पुस्सू के पास उतरा करते है वहीं कोयलांचल क्षेत्र में चल रहे सट्टे के कारोबार में चौरसिया का प्रमुख ठिहो में से अमरा डंडी नीचे दफ़ाई, अशरफी कपड़े वाले के पास,शिवानी होटल के पास,ओपीएम,अमलाई मोहड़ा, चीफ हाउस,सुभाष चौक,उसलापुर
धनपुरी,माइकल चौक के पास नवाब का बोल वाला है तो विलियस नं 1 में लाल सट्टे को हरी झंडी दिख रहा है,टाॅकीज रोड में दारा तो वहीं धनपुरी चौराहा में मंगई लगवा रहा सट्टे पर दांव,रीजनल में मशहूर पुराना खिलाड़ी दुर्गा तो वही धनपुरी में सट्टे की बागडोर गुड्डू के हाथों में धनपुरी में ऐसी और कई जगह हैं जहां ऑनलाइन सट्टे के खिलाड़ी अपने अपने ठीहे पर तैनात कर के रखें हुए है ज़ो की दिन भर के खेल का उतारा पुस्सू व चौरसिया के पास करते है औऱ दूसरे दिन सुबह इन से लगाए गए सट्टे पर दाव के पैसे लेते है सब कुछ इतनी सावधानी से किया जा रहा है की पुलिस को भीं इसकी भनक नहीं लगती साथ ही पूरे क्षेत्र में मिठाई वाले का जाल फैला हुआ है।
इनका कहना है…..
चौरसिया के ऊपर परसो ही सट्टा के प्रकारण में कार्यवाही की गई है यदि वो पुनः सट्टे के कारोबार में लिप्त है तो पुनः कार्यवाही की जाएगी
जे पी शर्मा
थाना प्रभारी अमलाई
जिला शहडोल