मुख्यमंत्री शामिल हुए अमोरा के समाधान शिविर में अकलतरा-अमोरा-आरसमेटा मार्ग नवीनीकरण के लिए भूमिपूजन
रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत हेलीकॉप्टर से जांजगीर-चाम्पा जिले के ग्राम अमोरा (विकासखंड-अकलतरा) पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अमोरा में आयोजित समाधान शिविर में पहुंच कर ग्रामीणों से उनकी समस्याओं और मांगों के संबंध में जानकारी ली और गांव के विकास के लिए अनेक कार्याें की मंजूरी की घोषणा की। उन्होंने लोक सुराज अभियान के प्रथम चरण में अमोरा क्लस्टर के गांवों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण के लिए की गई कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि इस क्लस्टर के 12 गांवों से चार हजार 883 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनका निराकरण किया गया। शिविर में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को अकलतरा-अमोरा-आरसमेटा तक 16.5 किलोमीटर की सड़क के जर्जर होने की जानकारी दी और इस मार्ग का नवीनीकरण कराने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने शिविर में बताया कि इस मार्ग के नवीनीकरण के लिए 29 करोड़ 63 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। डॉ. सिंह ने शिविर के बाद इस मार्ग के नवीनीकरण का भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर अमोरा में उच्च क्षमता का नया ट्रांसफार्मर लगवाने की घोषणा की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को गांव में बिजली के कम वोल्टेज की समस्या के बारे में बताया था। मुख्यमंत्री ने शिविर में जानकारी दी कि तरौद में एक विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण किया जा रहा है, जो आगामी जून माह तक पूरा हो जाएगा। इस विद्युत उपकेन्द्र के बनने से पूरे क्षेत्र में कम वोल्टेज की समस्या का स्थायी समाधान होगा। मुख्यमंत्री ने अमोरा गांव की नल-जल योजना के लिए 10 लाख रूपए, वहां सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 12 लाख और डीएमएफ की राशि से अमोरा हाईस्कूल के भवन निर्माण की स्वीकृति की घोषणा की। ग्रामीणों की मंाग पर उन्होंने अमोरा में स्थायी लाइनमेन की पदस्थापना की मंजूरी दी। इस दौरान डॉ. सिंह ने अमोरा प्राथमिक शाला के बच्चों से मुलाकात भी की। समाधान शिविर में लोकसभा सांसद श्रीमती कमलादेवी पाटले, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष श्री नारायण चंदेल, पूर्व विधायक श्री सौरभ सिंह, मुख्य सचिव श्री अजय सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री मुकेश बंसल और जनसम्पर्क विभाग के विशेष सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।